Thursday, June 1, 2023

हमारे त्यौहार

लोकगीत

शकुनाखर | कुमाऊं मंडल के संस्कार गीतों की अन्यतम विधा।

शकुनाखर - शकुनाखर कुमाऊं मण्डल के संस्कार गीतों की एक विशेष विधा है। शकुन का अर्थ होता है ,शगुन सूचक और आखर शब्द का अर्थ...

पहाड़ की वास्तविक स्थिति का बखान करती ये गढ़वाली कविता।

उत्तराखंड के पहाड़ की वास्तविक हालत बताती प्रदीप बिलजवान  विलोचन जी की यह गढ़वाली कविता। गढ़वाली कविता का शीर्षक है - " बची खुची बांदरू...

खान-पान

कुछ-खास

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कहानियां

सामान्य ज्ञान

उत्तराखंड का राज्य खेल , से जुड़ी रोचक बातें

उत्तराखंड का राज्य खेल || Uttarakhand ka rajya khel - उत्तराखंड के फुटबॉल में पुराने अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए  उत्तराखंड सरकार ने सन 2011...

उत्तराखंड की लोककथाएँ

कत्यूरी राजा धामदेव ने हराया था सागर गढ़ तल युद्ध मे मुस्लिम आक्रांताओं को ।

कत्यूरी राजा प्रीतम देव और उनकी महान रानी जिया रानी ने खूब नाथ सिद्धों की सेवा और धाम यात्रायें की। जिसके फलस्वरूप उन्हें एक...

कुमाऊं के वीर स्यूंराजी बोरा और भ्यूंराजी बोरा की लोककथा भाग – 02

{ मित्रों  इस लोक कथा के पहले भाग में आपने पढ़ा स्यूंराजी बोरा और भ्यूंराजी बोरा का परिचय और स्यूंराजी बोरा ने माल भाबर...

कुमाऊं के वीर योद्धा स्यूंराजी बोरा और भ्यूंराजी बोरा की रोमांचक लोक कथा।

मित्रों बचपन में हमने अपने दादा दादी नाना नानी से कई कुमाउनी और गढ़वाली लोकथाएँ सुनी हैं। उन्ही में से एक कुमाऊं के द्वाराहाट ...

एक कौए के नौ कौवे , कुमाउनी लोक कथा | एक कवोक नौ काव

एक कौए के नौ कौवे  एक प्रसिद्ध  कुमाउनी लोक कथा है। जनज्यूड़ा गांव में एक खीम सिंह नामक बड़े सीधे -साधे व्यक्ति थे। उन्हें प्यार...

भंडारी गोलू देवता की लोक गाथा। ” भनारी ग्वेल ज्यूक कहानी “

भंडारी गोलू - ग्वेल ज्यू का ये मंदिर बागेश्वर के कांडापड़ाव से लगभग सात किलोमीटर दूर पिथौरागढ़  के सीमांत गांव ढलौनासेरा में स्थित है।...
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व्यक्तित्व

थिंक लोकल अप्रोच ग्लोबल की सोच को यथार्थ कर रही उत्तराखंड की ऐपण गर्ल मीनाक्षी खाती। वे उत्तराखंड की लोक कला ऐपण को देश...