Author: Bikram Singh Bhandari

बिक्रम सिंह भंडारी, देवभूमि दर्शन के संस्थापक और प्रमुख लेखक हैं। उत्तराखंड की पावन भूमि से गहराई से जुड़े बिक्रम की लेखनी में इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनकी रचनाएँ उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों और प्राचीन मंदिरों का सजीव चित्रण करती हैं, जिससे पाठक इस भूमि की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत से परिचित होते हैं। साथ ही, वे उत्तराखंड की अद्भुत लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। बिक्रम का लेखन केवल सांस्कृतिक विरासत तक सीमित नहीं है, बल्कि वे स्वरोजगार और स्थानीय विकास जैसे विषयों को भी प्रमुखता से उठाते हैं। उनके विचार युवाओं को उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक विकास के नए मार्ग तलाशने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी भावनात्मक गहराई और सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण है। बिक्रम सिंह भंडारी के शब्द पाठकों को उत्तराखंड की दिव्य सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं, जिससे वे इस देवभूमि से आत्मिक जुड़ाव महसूस करते हैं।

मित्रो उत्तराखंड की वर्तमान सरकार ने चुनाव में जाते जाते, उत्तराखंड के युवाओं के लिए उत्तराखंड समूह ग भर्ती 2022 खोल दी हैं। इस भर्ती में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ( Uksssc ) द्वारा 3 अलग – अलग विज्ञप्तियों द्वारा भर्तियां निकाली गई हैं। जिनका अलग अलग विवरण इस प्रकार है – उत्तराखंड समूह ग भर्ती 2022 :- पद – राजकीय सहकारी पर्यवेक्षक 8 जनवरी 2022 के विज्ञापन के अनुसार , उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ( uksssc ) ने उत्तराखंड सहकारिता विभाग में 73पदों पर समूह ग भर्तियां निकाली हैं। जिसमे राजकीय सहकारी पर्यवेक्षक के 64 पद ,…

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देहरादून बस अड्डे  (ISBT)  से लगभग 15 किलोमीटर दूर पंजाबीवाला  में 02 किलोमीटर की उचाई पर स्थित है ,देहरादून का प्रसिद्ध देवी मंदिर सन्तला देवी का मंदिर। संतला देवी का मंदिर देहरादून का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर को संतोला देवी या संतुला देवी के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर देहरादून में घूमने ,देखने और समय बिताने तथा सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक कार्यों हेतु सबसे उपयुक्त है। संतोला देवी मंदिर भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। प्रतिदिन सैकड़ो भक्त यहां माता के दर्शनों के लिए आते हैं। संतोलादेवी मंदिर में शनिवार का विशेष महत्व है। यह माना…

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बदलते समय के साथ अब रिश्ता ढूढ़ने के लिए भी डिजिटल तकनीक का प्रयोग अधिक हो गया है। जहां सारे देश मे कई प्रतिष्ठित वेबसाइट, लोगो को शादी ढूढ़ने के लिए मदद कर रही हैं। उत्तराखंड में शादी के लिए लड़की, ढूढ़ने के लिए एक दो वेबसाइट उपलब्ध हैं। इनके अलावा कई लोग उत्तराखंड मॅट्रिमोनी व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर या उत्तराखंड शादी के ग्रुप बनाकर लोगो की मदद कर रहें है। और Uttarakhand shadi.com का काम कर रहे हैं। इन्ही शादी ग्रुप संचालको में से एक हैं, उत्तराखंड मैट्रोमोनी ग्रुप संचालिका श्रीमती सोनाली बिष्ट खत्री ,जो सोशल मीडिया के लगभग सभी मंचो…

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मित्रों अपनी पहाड़ी भाषा के प्रचार प्रसार के लक्ष्य को केंद्रित करते हुए। हम यहाँ कुछ गढ़वाली चुटकुले (Garhwali jokes ) और कुमाऊनी चुटकुले ( kumauni jokes ) का संकलन कर रहें हैं। अगर अच्छे लगे तो अपनी मित्र मंडली में साझा करें। ये गढ़वाली चुटकले व कुमाउनी चुटकले हमने, सोसल मीडिया के सहयोग से सांकलित किये हैं। गढ़वाली चुटकुले ( Garhwali jokes ) 1- धरमु भैजी का मोबाइल मा एक अंनजानकॅाल आयी। दुसरी तरफ से एक नौनी बुनी छायी,नौनी- क्य तुमारी क्वी गर्लफेंडचा? धरमु-: हां पर तुम के बुना छों? नौनी: तुमारी धर्मपत्नी बुनु छों,घार ता आवा फिर बतांदू…

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अपनी उत्तराखंड की भाषा को सशक्त बनाने के लिए हमे सोशल मीडिया पर अधिकतम, गढ़वाली और कुमाउनी भाषा का प्रयोग करना इसी क्रम में आज हमने इस लेख में गढ़वाली सुविचार औऱ कुमाऊनी सुविचार का संकलन किया है।  सर्वप्रथम हम यहां कुमाऊनी सुविचार, ततपश्चात गढ़वाली सुविचार संकलित करेंगे। कुमाऊनी सुविचार हमार समस्याक इलाज हामेरे पास हुंछ । दुसरक पास तो हमरि समस्याक सुझाव हुंछ। जब दुनिया वाल कूनी ,अब तेकैल निहुन। तब उम्मीद हमा्र का्न में कैं , एक बार आई कोशिश कर। कोशिश करनी वालेक कभि हार नि हुनि । अगर तुम सोचनाछा कि चार मैस के कौल ?…

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लक्ष्मी देवी टम्टा उत्तराखंड की पहली दलित महिला स्नातक थी। तथा वे उत्तराखंड की पहली दलित महिला सम्पादक भी थी। हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में लक्ष्मी देवी का योगदान महत्वपूर्ण है। उत्तराखंड की पहली अनुसूचित जाती की महिला स्नातक का सम्मान प्राप्त लक्ष्मी देवी टम्टा ने समता पत्रिका के माध्यम से अनुसूचित जाती के लोगो की आवाज को बुलंद स्वर प्रदान किया। तथा दलित वर्ग की शिक्षा समानता के लिए सदा प्रयासरत रही। लक्ष्मी देवी टम्टा का जन्म १६ फरवरी १९१२ को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हुवा था। इनके पिता का नाम गुलाब राम टम्टा और उनकी माता का नाम…

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अल्मोड़ा विश्वनाथ घाट जितना ज्यादा प्रसिद्ध है। उससे भी कई गुना अधिक प्रसिद्ध है ,इस घाट के भूतों की कहानी । वैसे तो सभी श्मशान घाटों पर भूतों का डेरा रहता है, चुकी ये रात होते ही जाग्रत हो जाते हैं, इसलिए रात को घाटों पर जाने की मनाही रहती हैं। औऱ कहते हैं सभी घाटों की तरह विश्वनाथ घाट पर भी उत्पाती ,और परेशान करने वाले भूतों की टोली रहती थी। एक बार अमावस्या की रात की बात थी। विश्वनाथ घाट अल्मोड़ा  के भूत जाग्रत हो गए थे। उन्होंने सारे घाट परिसर में उधम मचाया हुवा था। पहले जमाने मे…

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उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट ने 2021 की नई खेल नीति का प्रस्ताव पास कर दिया। उत्तराखंड खेल नीति 2021 में ,खेल सुविधाओं को बढ़ाना , और छोटी उम्र से ही खिलाड़ियों को तैयार करने पर ध्यान दिया जा रहा है। नई खेल नीति 2021 में निम्न बिदुओं पर आधारित है। 1. छोटी उम्र से होगा खेल प्रतिभा का विकास नई खेल नीति 2021 के तहत , खेल सुविधाओं को बढ़ाने और खेल प्रतिभाओं का छोटी उम्र से ही विकास पर जोर दिया जाएगा। उत्तराखंड सरकार के अनुसार नई प्रतिभाओं का विकास 8 साल से…

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टेलीप्रॉम्पटर तकनीक का प्रयोग से मोदी जी ही नही बड़े -बड़े नेता और बड़े बड़े वक्ता ,जो मंच पर बिना देखे, बिना पर्चा पढ़े , एक उच्च कोटि ,उच्च स्तरीय भाषण देते हैं ।और अलग अलग भाषाओं का प्रयोग करते हैं। वे अधिकतर अपने भाषणों में इस खास आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हैं। जिससे वे बड़ी आसानी से बड़े बड़े उच्चस्तरीय भाषण दे देते हैं। और श्रोताओं को एकदम सहज लगता है। श्रोता और देखने वालों को लगता है। कि वक्ता भाषण याद कर के बोल रहा है,या अपने मन से बोल रहा है। इस तकनीक का प्रयोग न्यूज़…

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पिछले वर्ष  में तल्लीताल नैनीताल झील के किनारे लगाया I Love Nainital board का बोर्ड लगाया गया था। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया और वह नैनीताल का प्रसिद्ध  और आधिकारिक सेल्फ़ी पॉइंट बन गया। उसी तर्ज  दिनांक 01-12-3921 को अल्मोड़ा नगर निगम ने I love Almora board का बोर्ड़ लगाया है। क्या है I love Almora का बोर्ड और क्यों लगाया गया शहर के नाम पर I love you का बोर्ड पहले यूरोपीय देशों और विदेशों में लगाये जाते थे। यह बोर्ड पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बनने लगे। इसी तर्ज पर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सर्वप्रथम…

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