उत्तराखंड की संस्कृति, परम्पराओं में आपसी प्रेम, प्रकृति प्रेम, मानव कल्याण की भावनाये कूट-कूट कर भरी होती है। इसी फेरहिस्त…
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कुमाऊनी बैठकी होली :होली हिन्दू धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इस त्यौहार को सभी सनातनी बड़े…
लिंगवास (Lingwas ) उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों ( गढ़वाल और कुमाऊं ) की मृतक संस्कार से जुड़ी परम्परा है। यह…
आज उत्तराखंड के कुमाऊं गढ़वाल के इतिहास की एक ऐसी राज नृत्यांगना का परिचय बताने जा रहे हैं ,जिसने अपने…
प्रस्तुत लेख में हम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में पूजित असुर बाबा (Asur devta of Pithoragarh Uttarakhand ) के बारे…
पहाड़ो में बरसात के समापन के समय एक विशेष सब्जी जो लताओं में में लगती है। और यह आलू के…
छोपती गीत क्या है – छोपती गीत या छोपती नृत्य ( chhopti dance ) गढ़वाल का एक लोक नृत्य है।…
अन्यारी देवी – शिव और शक्ति के उपासक होने के बावजूद उत्तराखंड के पहाड़ी लोगों में लोकदेवताओं को पूजने की…
मित्रों यहाँ कुछ कुमाऊनी शायरी का संकलन करने जा रहे हैं। इन्हे पारम्परिक कुमाउनी भाषा में “जोड़” कहते हैं। प्राचीन…
उत्तराखंड का समाज मुख्यतः कृषक व् पशुपालक ही रहा है। आदिकाल से ही उत्तराखंड के निवासी मुख्यतः प्रकृति प्रेमी रहे…