बद्रीनाथ धाम या बद्रीनारायण मंदिर – बद्रीनाथ धाम या बद्रीनारायण मंदिर यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है । ये मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है।बद्रीनाथ मंदिर , चारधाम और छोटा चारधाम तीर्थ स्थलों में से एक है। यह अलकनंदा नदी के बाएं तट पर नर और नारायण नामक दो पर्वत श्रेणियों के बीच स्थित है । ये पंच-बदरी में से एक बद्री हैं। उत्तराखंड में पंच बदरी, पंच केदार तथा पंच प्रयाग पौराणिक दृष्टि से तथा हिन्दू धर्म की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं । यह मंदिर भगवान विष्णु के रूप बद्रीनाथ को समर्पित है । ऋषिकेश से…
Author: Pramod Bhakuni
केदारनाथ के दर्शनीय स्थल केदारनाथ के दर्शनीय स्थल जिनका आप अपनी यात्रा के दौरान लुफ्त उठा सकते है। के चार उत्तराखंड धामों में से एक है केदारनाथ धाम जो कि प्रकृति की खूबसूरत वादियों से घिरा हुआ है। यूँ तो केदारनाथ धाम आस्था का बहुत विशाल पवित्र स्थल है परन्तु इसकी आसपास की खूबसूरती भी पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करने से पीछे नहीं रहती। यहाँ का शांत वातावरण भगवान के प्रेम में डूबे श्रद्धालु और प्राकृतिक सौंदर्य किसी चमत्कार से कम नहीं है। यहाँ आप मंदिर की खूबसूरत कलात्मक शैली, भक्तों कीआस्थाएं, पर्वतों पर बिखरी रूईनुमा बर्फ, हसीन वादियों…
गंगोत्री में घूमने लायक स्थान जब भी आप चार धाम की यात्रा के लिये आये तो उनके आस -पास कई ऐसी जगह होती है जिनके बारे मे हमको पता नही होता इसलिए हम उनके दर्शन नही कर पाते है आज हम आपको गंगोत्री के आस-पास घूमने के लिए व देखने के लिए कुछ खास जगह के नाम बताएंगे यात्रा के साथ-साथ आप इनके भी दर्शन कर सकते है। गंगोत्री मंदिर : गंगोत्री में घूमने लायक और देखने लायक गंगा माता का पहला और सबसे ज़्यादा धार्मिक महत्व रखने वाला यह मंदिर गंगोत्री का प्रमुख आकर्षण है और भक्तों को दूर-दराज़…
उत्तराखंड के चार धाम चार धाम यात्रा को हिंदुओं के सबसे पावन यात्राओं में से एक माना जाता है मान्यता है कि एक हिन्दू को जीवन में एक बार इनकी यात्रा अवश्य करनी चाहिए। ये धाम भारत के चार दिशाओं में फैले हैं यानि बद्रीनाथ (उत्तराखंड), रामेश्वरम् (तमिलनाडू), द्वारका (गुजरात) एवं जगन्नाथ पुरी (उड़ीसा)।लोगो के लिए चार धाम की यात्रा करना एक सुन्दर सपने का पुरे होने जैसा है। हिन्दू पुराणों के अनुसार चारो धाम के नाम ये है – 1.बद्रीनाथ 2.द्वारका, 3.जगन्नाथ पुरी 4.रामेश्वरम लेकिन आज हम आपको उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा के बारे में बताते है।…
चार धाम यात्रा का सनातन धर्म में बहुत बड़ा महत्त्व है। चार धामों की यात्रा के बारे में कहा गया है कि ,जो व्यक्ति अपने जीवन में चार धामों की यात्रा करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्रत्येक सनातनी को अपने जीवन में इन चार धामों की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। यहाँ भारत के चार धामों के बारे में बात हो रही है जिनका नाम , बद्रीनाथ ,द्वारिका ,जगन्नाथ पूरी और रामेश्वरम है। इसी प्रकार उत्तराखंड में भी चार धाम हैं ,जिनकी यात्रा को छोटी चार धाम यात्रा कही जाती है। ये एक ही दिशा और एक ही…
हल्द्वानी में घूमने की जगह- हलद्वानी उत्तराखंड का एक छोटा सा शहर है। कुमाऊं का द्वार और उत्तराखंड की आर्थिक राजधानी के नाम से प्रसिद्ध यह शहर खास है। वैसे तो यहाँ से आगे प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर कुमाऊँ मंडल के द्वार खुल जाते हैं। हल्द्वानी में घूमने लायक कुछ स्थान ऐसे हैं जहाँ आप घूमकर अपना मनोरंजन कर सकते हैं। या यूँ कह सकते हैं यदि आप कुमाऊँ मंडल की यात्रा पर आये हो तो हल्द्वानी के इन स्थानों को अवश्य देखना चाहिए। यहाँ की खूबसूरती और अहसास को महसूस करना चाहिए। हल्द्वानी का इतिहास – हल्द्वानी उत्तराखंड के …
उत्तराखंड में पर्यटन – वैसे तो पूरा उत्तराखंड अपने आप में पर्यटन की जगह है यहा की हर एक चीज अपने आप मैं फेमस है और उसका उसका अपना एक रहस्य है। यहा आपको हर एक जगह पहुच कर आनंद की अनुभूति प्राप्त होगी। 9 नवम्बर 2000 को भारत का 27वें तथा हिमायली क्षेत्रों का 11वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आ गया। यह उत्तराखण्ड भारत का एक ऐसा प्रदेश है जो कि वैदिककाल से ही भारतीय जीवन में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है और आधुनिक काल में भी अपने गगनचुम्बी हिमशिखरों, वैविध्यपूर्ण अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्य एवं पवित्र…
द्वाराहाट उत्तराखंड के कुमाऊँ मंडल के अल्मोड़ा जिले में स्थित है। इसे सांस्कृतिक नगरी ,वैराट ,उत्तर की द्वारिका भी कहा जाता है। वैसे द्वाराहाट और द्वाराहाट के पास कई दर्शनीय स्थल हैं उसमे से खास ये 3 स्थल देखने लायक हैं।उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में द्वाराहाट से 14km दूरी पर है । दुनागिरी से 5 km दूरी पर कुकुछीना पड़ता है। कुकुछीना से लगभग 4 km का पेेदल पथ तय कर के सुुप्रसिद्ध पाण्डखोली आश्रम पहुुँचा जा सकता है। स्व: बाबा बलवन्त गिरी जी ने आश्रम की स्थापना की थी और महावतार बाबा व लाहिड़ी महाशय जैसे उच्च आध्यात्मिक संतों…
आइये शुरू करते है, देवभूमि उत्तराखंड की अलौकिक वादियों में से एक दिव्य रमणीक लुभावना स्थल है कैंची धाम। कैंची धाम जिसे नीम करौली धाम भी कहा जाता है, उत्तराखंड का एक ऐसा तीर्थस्थल है, जहां वर्ष भर श्रद्धालुओ का तांता लगा रहता है। भारी संख्या में भक्तजन व श्रद्धालु यहां पहुचकर अराधना व श्रद्धा पुष्प श्री नीम करौली बाबा के चरणों में अर्पित करते है। प्रतिवर्ष 15 जून को यहां एक विशाल मेले व भंडारे का आयोजन होता है। भक्तजन यहां आकर अपनी श्रद्धा व आस्था को व्यक्त करते है। कहते है कि यहां पर श्रद्धा एवं विनयपूर्वक की…