फरवरी मार्च के आस पास हिमालयी के पहाड़ों में एक सुन्दर पीला फूल खिलता है। यह फूल पहाड़ों में बसंत…
Browsing: संस्कृति
भगवान शिव को सनातन धर्म के लोग अपनी अपनी संस्कृति और अपनी बोली भाषा के अनुसार अलग अलग तरीके से…
आज इस पोस्ट में हम कुमाउनी शिव भजन लिरिक्स पोस्ट कर रहें है। इसके साथ – साथ इस कुमाउनी भजन…
उत्तराखंड की लोक कलाएं – लोक कला की दृष्टि से उत्तराखण्ड बहुत समृद्ध है। घर की सजावट में ही लोक…
खुदेड़ गीत – गढ़वाल की विवाहिता नवयुवतियों द्वारा बसंत के आगमन पर अपने मायके की याद में और माता पिता…
छोलिया नृत्य क्या है? यह नृत्य ढोल, दमाऊ, नगाड़ा, तुरी, मशकबीन आदि वाद्य यंत्रों की संगति पर विशेष वेश -भूषा…
अपनी भाषा ,अपनी बोली के प्रचार -प्रसार को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के आदरणीय शिक्षकों ने ,गढ़वाली और कुमाउनी…
मडुवा की रोटी के फायदे :- मडुवा को पहाड़ अनाज का राजा कहा जाता है। मडुवा पहाड़ो में सरलता से…
मार्गशीर्ष की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह उत्सव ,हिमालयी क्षेत्रों का एक खास त्यौहार है ,जो मैदानी दीवाली के…
जौलजीबी मेला का परिचय – भारत, नेपाल और तिब्बत तीन देशो की संस्कृति का संगम अंतर्राष्ट्रीय जौलजीबी मेला प्रतिवर्ष 14…