उत्तराखंड पंचायत चुनाव 2025: उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए विभिन्न पदों पर प्रत्याशियों हेतु कुल 144 चुनाव चिन्ह निर्धारित किए हैं। इन चुनाव चिन्हों का आवंटन पहले चरण के मतदान (24 जुलाई) के लिए 14 जुलाई को और दूसरे चरण के मतदान (28 जुलाई) के लिए 18 जुलाई को किया जाएगा।
पंचायत चुनावों में मतपत्र पर प्रत्याशियों के नाम अंकित नहीं होते हैं, ऐसे में ये चुनाव चिन्ह ही उम्मीदवार की पहचान होते हैं और मतदाताओं के लिए सही प्रत्याशी को चुनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पदों के अनुसार चुनाव चिन्हों का विवरण:
- पंचायत सदस्य: इस पद के लिए 18 चुनाव चिन्ह निर्धारित किए गए हैं, जिनमें प्रमुख हैं सेब, घड़ा, शंख, चम्मच और डमरू।
- प्रधान पद: प्रधान पद के प्रत्याशियों के लिए 40 चुनाव चिन्ह तय किए गए हैं। इनमें ड्रम, बाल्टी, फावड़ा, बस, दीवार, तांगा और धनुष जैसे चिन्ह शामिल हैं।
- क्षेत्र पंचायत सदस्य: क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए 36 चुनाव चिन्ह निर्धारित किए गए हैं। इनमें महिला पर्स, नारियल, लौकी, जहाज, पानी का जहाज, कांटा, गुड़िया, टेबल लैंप और टॉर्च जैसे चिन्ह शामिल हैं।
- जिला पंचायत सदस्य: जिला पंचायत सदस्य के लिए भी 40 चुनाव चिन्ह तय किए गए हैं। इनमें सीढ़ी, हथौड़ा, सैनिक, सीटी, थर्मस, ताला, ढोलक और तराजू जैसे चिन्ह शामिल हैं।
यह भी पढ़े: टोंस नदी में जलस्तर बढ़ने की चेतावनी: नैटवार मोरी बैराज में सफाई कार्य के चलते छोड़ा जाएगा पानी
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इन चुनाव चिन्हों का निर्धारण चुनाव प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से किया गया है। प्रत्याशियों और मतदाताओं दोनों के लिए इन चिन्हों को जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि मतदान के दिन किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति से बचा जा सके। जैसे-जैसे मतदान की तारीखें नजदीक आ रही हैं, इन चुनाव चिन्हों का प्रचार-प्रसार भी गति पकड़ेगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं को अपने पसंदीदा उम्मीदवार की पहचान करने में आसानी होगी।
