सिलक्यारा टनल, उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सिलक्यारा टनल के ब्रेकथ्रू कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह वही सुरंग है जहाँ पिछले साल 41 श्रमिक 17 दिनों तक फंसे रहे थे, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में चलाए गए सफल बचाव अभियान के बाद सुरक्षित निकाला गया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने परियोजना से जुड़े इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों और श्रमिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण उन्नत इंजीनियरिंग की सफलता और अटूट आस्था का प्रतीक है। उन्होंने पिछले साल के बचाव अभियान को दुनिया का सबसे जटिल और लंबा ऑपरेशन बताते हुए मानवता और टीम वर्क की मिसाल कायम करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
लगभग 1384 करोड़ रुपये की लागत से बनी 4.531 किलोमीटर लंबी डबल लेन की यह सुरंग चारधाम यात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके बनने से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 25 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे तीर्थयात्रियों को सुविधा और समय की बचत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सिलक्यारा टनल को अब बाबा बौखनाग के नाम से जाना जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने सुरंग में फंसे श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए बाबा बौखनाग मंदिर में मन्नत मांगी थी और मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। आज उन्होंने मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी भाग लिया।
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इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेंवला-ब्रह्मखाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में উন্নীত करने, बौखनाग टिब्बा को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने और स्यालना के पास एक हेलीपैड बनाने की भी घोषणा की।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, विधायक सुरेश चौहान, दुर्गेश्वर लाल, संजय डोभाल, एन.एच.आई.डी.सी.एल के प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार, जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एसपी सरिता डोभाल और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलक्यारा अभियान पर पूरी दुनिया की नजरें थीं और केंद्र सरकार के सहयोग से इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। उन्होंने सुरंग में फंसे मजदूरों के धैर्य की भी सराहना की, जिससे बचाव दल का हौसला बना रहा।