उत्तराखंड एक पहाड़ी प्रदेश है। यहाँ की ऊँची नीची पगडंडियों पर माउंटेन बाइकिंग का एक अलग ही आनंद मिलता है। माउंटेन बाइकिंग एक साहसिक पर्यटन है। पहाड़ों की रमणीक वादियों में उबड़ -खाबड़ ट्रेल में ताज़ी हवा के झोकों के साथ हिमालयी चोटियों के मनोरम दृश्यों आनंद लेते हुए साईकिल दौड़ाना एक अनोखा अनुभव होगा।
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माउंटेन बाइकिंग क्या है ?
मॉन्टेन्ट बाइकिंग एक ऑफ़ रोड साईकिल रेस है जिसे उबड़-खाबड़ ऊँचे ,नीची पगडंडियों या पहाड़ियों पर की जाती है। यह एक साहसिक खेल होता है। इसमें विशेष रूप से डिजाइन की गई माउंटेन बाइक( खास साईकिल ) का इस्तेमाल किया जाता है। यह पुरे विश्व में लोकप्रिय साहसिक खेल है। इसकी सर्वप्रथम विश्वस्तरीय प्रतियोगिता 1950 में आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में बाइक सवार खुद को सम्हालते हुए ,पहड़ियों में एक दूसरे से आगे निकलने के लिए दौड़ लगाते हैं।
उत्तराखंड में माउंटेन बाइकिंग –
उत्तराखंड का विविध प्रकार का भौगोलिक परिवेश माउंटेन बाइकिंग के लिए अनुकूल है। यहाँ इस लोकप्रिय साहसिक खेल के पेशेवर खिलाडियों और शुरुवाती स्तर के खिलाड़ियों के लिए अच्छे ट्रेल्स हैं। यहाँ के प्रसिद्ध बाइकिंग ट्रेल्स को तय करने के लिए सबसे उपयुक्त समय मार्च से मई और अक्टूबर से दिसंबर के बीच रहता है।
उत्तराखंड के जंगलों और पहाड़ों का सफर साईकिल से करना साहसिक और रोमांचक होगा। हालाँकि उत्तराखंड में मॉन्टेन्ट बाइकिंग थोड़ा चुनौती पूर्ण भी सकती है। लेकिन असली रोमांच तो चुनौतियों में ही मिलता है।
गढ़वाल की बाइकिंग ट्रेल्स -दिल्ली – देहरादून – मसूरी – धनोल्टी – टिहरी – घनसाली – चारबतिया – चंद्रपुरी – ऊखीमठ – चोपता – चमोली – हरिद्वार – दिल्ली रुद्रप्रयाग, चोपता, पौडी, लैंसडाउन की माउंटेंट बाइक से यात्रा पर एक अनोखा और रोमांचकारी अनुभव दे सकता है।
कुमाऊं की बाइकिंग ट्रेल्स – उत्तराखंड पहाड़ो में रोमांचकारी बाईकिग के लिए कुमाऊं मंडल की ऊँची – नीची पगडंडिया भी काफी मुफीद हैं। काठगोदाम – अल्मोड़ा – बैजनाथ – कौसानी – सोमेश्वर – बिंटा – रानीखेत – भतरौंजखान का के ट्रेकों पर पेशेवर बाइकर्स और नौसिखिये बाइकर्स साहसिक साइकिलिंग का मजा ले सकते हैं।
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