देहरादून, 28 जून: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में बाढ़ और जलभराव से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इसी क्रम में, 30 जून को प्रस्तावित एक बड़ी मॉक ड्रिल की तैयारियों को शनिवार को अंतिम रूप दिया गया। इस मॉक ड्रिल से पहले, उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में एक टेबल टॉप एक्सरसाइज का आयोजन किया गया, जिसमें जनपदों की तैयारियों की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
अत्यधिक बारिश के पूर्वानुमान के बीच तैयारियों पर जोर
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि मौसम विभाग ने इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है। इसी को ध्यान में रखते हुए, अत्यधिक बारिश से होने वाली बाढ़ और जलभराव की समस्याओं से प्रभावी ढंग से निपटने, विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने, संसाधनों का बेहतर उपयोग करने और वास्तविक आपदा के समय राहत व बचाव कार्यों को सुचारु रूप से चलाने के लिए यह मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है।
जिलों की तैयारियों का मूल्यांकन और मार्गदर्शन
USDMA के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-क्रियान्वयन, डीआईजी श्री राजकुमार नेगी ने मॉक ड्रिल की तैयारियों के संबंध में जिला अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। टेबल टॉप एक्सरसाइज के दौरान विभिन्न विभागों की तैयारियों का आकलन किया गया। गोताखोर, जल पुलिस, जेसीबी, बोट, राफ्ट आदि के परिचालन के साथ-साथ राहत शिविरों में रेस्क्यू किए गए लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओं पर भी गहन चर्चा हुई।
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मॉक ड्रिल के लिए विभिन्न परिदृश्य
टेबल टॉप एक्सरसाइज में बाढ़ और जलभराव से संबंधित कई परिदृश्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान भगदड़ और नदी में डूबने, कलसिया में तटबंध टूटने, बाणगंगा में अतिवृष्टि से जलभराव और सोलानी नदी के जलस्तर में वृद्धि जैसे परिदृश्यों पर मॉक अभ्यास किया जाएगा।
ऊधमसिंह नगर में, बैगूल नदी से स्कूल में जलभराव और बच्चों के बचाव, साथ ही मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से निपटने का अभ्यास किया जाएगा। इसी तरह, नैनीताल, देहरादून और चंपावत के मैदानी क्षेत्रों में भी बाढ़ के विभिन्न परिदृश्यों को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। मॉक ड्रिल के दौरान, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों तक फूड पैकेट एयरड्रॉप करने का भी अभ्यास किया जाएगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन श्री आनंद स्वरूप, अपर सचिव श्री विनीत कुमार, संयुक्त सचिव एनएस डुंगरियाल, ड्यूटी ऑफिसर श्री विजय कुमार, अनु सचिव श्री ज्योतिर्मय त्रिपाठी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मौ०ओबैदुल्लाह अंसारी, एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट श्री शुभांक रतूड़ी, मौसम विभाग के निदेशक श्री बिक्रम सिंह, एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट श्री राजू एस धपोला, अनु सचिव मिनी जोशी जी, डॉ। बिमलेश जोशी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।