देहरादून: उत्तराखण्ड चुनाव आयोग ने उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव 2024 में मतदान प्रक्रिया में लगाए जाने वाले वाहनों का किराया बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही, वाहन चालकों को रोजाना 350 रुपये खानपान और मानदेय के तौर पर भी दिए जाएंगे। यह पहली बार होगा जब वाहन चालकों को खानपान और मानदेय के लिए अलग से भुगतान किया जाएगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि निर्वाचन टीमों को पोलिंग बूथ तक ले जाने के लिए जिन वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा, उनका किराया बढ़ाया गया है। पहले छोटे वाहनों के लिए 750 रुपये और बड़े वाहनों के लिए 1800 रुपये किराया दिया जाता था। अब छोटे वाहनों के लिए 1430 रुपये और बड़े वाहनों के लिए 2840 रुपये किराया दिया जाएगा। वहीं 30 सीटर से बड़े वाहनों के लिए 3800 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराया दिया जाएगा।
इसके अलावा, वाहन चालकों को पहली बार 150 रुपये प्रतिदिन खानपान और 200 रुपये मानदेय के रूप में दिए जाएंगे। पोलिंग पार्टियों के साथ जाने वाले वाहनों के चालकों को रहने और खाने की व्यवस्था संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों के माध्यम से की जाएगी।
अल्मोड़ा, 27 मार्च, 2024: उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UBSE) द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आज से शुरू हो रहा है। यह मूल्यांकन जनपद के तीन मूल्यांकन केंद्रों – जीजीआईसी अल्मोड़ा, मिशन इंटर कालेज रानीखेत और जीआईसी चौखुटिया में आयोजित किया जाएगा। इन तीन केन्द्रो में कुल 32 टेबलों पर 1,11,055 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाएगी।
जीजीआईसी अल्मोड़ा में 18 टेबल पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 53 हजार उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जाएगी। उप नियंत्रक उमेश पांडे ने बताया कि मूल्यांकन से पूर्व प्रशिक्षक उप प्रधान परीक्षक, परीक्षकों और अंकेक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का प्रशिक्षण देंगे।
मिशन इंटर कॉलेज रानीखेत में 9 टेबल लगेंगी। उप नियंत्रक सुनील मसीह ने बताया कि हाईस्कूल की पांच और इंटरमीडिएट की चार टेबल पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 44 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।
जीआईसी चौखुटिया में केवल हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। यहां 5 टेबल पर हाईस्कूल की 14055 उत्तर पुस्तिकाएं जांची जाएंगी।
मूल्यांकन प्रक्रिया: उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए बोर्ड द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ प्रशिक्षक उप प्रधान परीक्षक, परीक्षकों और अंकेक्षकों को प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के मानदंड, अंकन योजना, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
आप को बता दे की मूल्यांकन प्रक्रिया 20 अप्रैल तक चलेगी। सभी केंद्रों में CCTV कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई हैं।
हल्द्वानी: नैनीताल के स्मार्ट, डैशिंग और ईमानदार SSP Nainital Prahlad Meena IPS ने शहर भर में ड्यूटी कर रहे सभी जवानो के पास जाके होली खेली। SSP Nainital Prahlad Meena IPS जी ने कल शहर भर में घूम कर ड्यूटी प्वाइंटों पर ड्यूटी कर रहे जवानो से मिले और उनको होली की बधाई दी। होली का टिका लगाया। साथ ही उन्होंने सभी जवानो को लंच पैकेट और मिठाई बाटी।
आप को बता दे की नैनीताल पुलिस के ऑफिसियल फेसबुक से डली पोस्ट में SSP Nainital Prahlad Meena IPS जी द्वारा कल अपने जवानों के संग होली खेलने का वीडियो डाला गया हैं। इस वीडियो में SSP Nainital Prahlad Meena IPS सभी पुलिस जवानो को उनके ड्यूटी प्वाइंटों पर जाके रंग लगा रहे है और उनको बधाई के साथ मिठाई और लंच पैकेट बाट रहे हैं।
लोकसभा चुनाओं का बिगुल बज चुका है। तिथियां तय हो चुकी हैं। सभी उम्मीदार लोकसभा की उम्मीदारी के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर रहें हैं। उत्तराखंड की सभी लोकसभा सीटों से चिर-परिचित उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं वही उत्तराखंड की टिहरी लोकसभा से बॉबी पंवार (Boby panwar ) नामक युवा ने निर्दलयी चुनावी ताल ठोक कर सब को चौका दिया है। चौंकाया ही नहीं बल्कि पर्चा दाखिल करने के दिन अथाह भीड़ के साथ शक्ति प्रदर्शन करके विरोधियों को सोचने पर मजबूर कर दिया।
बॉबी पंवार का प्रारम्भिक जीवन –
सामान्य कृषक परिवार से संबंध रखने वाले ,बॉबी पंवार ( Boby panwar ) उत्तराखंड के जौनसार क्षेत्र के लाखामंडल के रहने वाले हैं। लाखामंडल उत्तराखंड के देहरादून जिले के चकराता तहसील में पड़ता है। प्रारम्भिक पढाई पूरा करने के बाद उन्होंने डाकपत्थर के डिग्री कॉलेज से स्नातक की डिग्री पूर्ण की। फिर वे उत्तराखंड की सरकारी नौकरी की तैयारी करने लगे ,किन्तु सरकारी भर्तीयों में लगातार धांधली ,भ्र्ष्टाचार के चलते उन्होंने जल्द ही बेरोजगार संघ से जुड़ने का निर्णय ले लिया।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष से सांसद प्रतिनिधि तक –
सन 2018 में बेरोजगार संघ से जुड़ने के बाद बॉबी पंवार ने सरकार और भ्र्ष्टाचारीयों के खिलाप मोर्चा खोल दिया। वे भर्तियां ना निकालने और भर्ती परीक्षाओं में अनिमित्ताओं को लेकर लगातार लामबंद रहे। भ्र्ष्टाचार के प्रति उनकी आक्रमकता देखते हुए बेरोजगार संघ ने उन्हें संघ का अध्यक्ष घोषित कर दिया।
2018 में ही बॉबी ने भर्तियां के लिए सचिवालय का कूच भी किया। कई बार लाठीचार्ज का सामना भी करना पड़ा। यह बॉबी पंवार और बेरोजगार संघ की कोशिशों का नतीजा है कि समूह ग की भर्तियों होने वाले इतने बड़े भ्र्ष्टाचार का खुलासा हुवा। कई भ्र्ष्टाचारी पकडे गए। उत्तराखंड समूह ग की भर्तियों की जाँच जहाँ STF कर रही है ,वहीं उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग के तत्कालीन मुखिया संतोष बडोनी को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।
बॉबी पंवार और उत्तराखंड के अन्य कई युवाओं के संघर्ष का नतीजा है कि वर्तमान में समूह ग के पेपर काफी हद तक धांधली रहित हो गए हैं। बॉबी पंवार और उनकी टीम सरकार की रोजगार नीति के खिलाप उन्हें घेरती रहती है। लगातार भर्ती परीक्षाओं और युवाओं के लिए लड़ने वाले बॉबी को कई बार जेल की यात्रा भी करनी पड़ी। उनके ऊपर केस भी चल रहे हैं। फिर भी वे युवाओं के हित के लड़ते रहते हैं।
अभी हाल ही में बॉबी पंवार ने टिहरी लोकसभा से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। वे टिहरी लोकसभा से भाजपा की दो बार की सांसद माला राज्यलक्ष्मी और कांग्रेस के गुनसोला के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
मोदी मैजिक से पार पाना चुनौती होगी –
बॉबी ने टिहरी लोकसभा से पर्चा दाखिल करके और नामंकन के दिन बॉबी पंवार को मिले युवाओं के समर्थन और प्यार से राष्ट्रीय पार्टियों के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। और पहाड़ में बॉबी को अच्छा प्यार और समर्थन मिलता दिख रहा है। बॉबी के चुनाव उतरने से टिहरी लोकसभा सीट की लड़ाई रोचक हो गई है।
बॉबी की युवाओं के बीच बढ़ती लोकप्रियता और वर्तमान सांसद माला राजयलक्ष्मी के प्रति जनता का गुस्सा बॉबी के लिए फायदेमंद हो सकता है। मगर उनकी राह इतनी आसान भी नहीं है। जहाँ संसदीय क्षेत्र बहुत बड़ा होता है। कम समय में सबसे दिल में बस जाना असंभव सा लगता है। वही उनकी जीत के रस्ते में मोदी मैजिक सबसे बड़ी चुनौती रहेगी। पिछले कुछ समय (2014 ) से मोदी के नाम पर वोट पड़ने का ट्रेंड चल रहा है।
जिसके दम पर सत्ताधारी पार्टी का कोई भी व्यक्ति आसानी से चुनाव जीत जा रहा है। मोदी जी सामान्य जनता की आखों में ऐसी सम्मोहनी छवि गढ़ दी है ,जिसका अभी टूटना मुश्किल लग रहा है। यदि बॉबी इस मैजिक से पार पा लेते हैं तो ,उनकी राह आसान हो जाएगी। बॉबी पंवार का संघर्ष जीतेगा या मोदी जी की लोकप्रिय छवि ! ये तो भविष्य बताएगा !
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में एक सुन्दर कुमाऊनी होली गीत है। कुमाउनी होलियां अपने आप में फेमस हैं। कुमाउनी होलियों में व्रज मिश्रित स्थानीय बोली के साथ होलियाँ गायी जाती है। आज इस पोस्ट कुमाऊँ की इस फेमस होली का संकलन कर रहे हैं। और चांदनी इंटरप्राइजेज द्वारा निर्मित इस होली का वीडियो सांग भी यहाँ लगा रहे हैं।
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी –
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में -2
सोल सिंगार वस्त्र-आभूषण, पहना नौ लाख हार,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में…..
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में -2
थाली भर भर भोजन लाई, गहवा भर भर नीर ,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में…..
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में। -2
ले जो सीता भोजन पाओ, मैं लंका की रानी ,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में ….
गई गई असुर तेरी नार मनोदरी सिया मिलन गई बागा में।
ना हम तुमरो भोजन खावैं, तुम हो असुर की नार,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में…..
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में ,
सुन हो सीता जनक दुलारी लंका कैसे आई,
मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में….
गई गई असुर तेरी नार मन्दोदरी सिया मिलन गई बागा में ।
पंचवटी में वास हमारो आई स्वामी के साथ,
मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में,
गई गई असुर तेरी नार मन्दोदरी सिया मिलन गई बागा में।
तेरो पति हर के मुझे लायो गढ़ लंका पहुंचाय,
मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में …
गई गई असुर तेरी नार मन्दोदरी सिया मिलन गई बागा में,
तेरे पति ने काल बुलायो रावण कुल को नाश,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में …….
गई गई असुर तेरी नार मंदोदरी सिया मिलन गई बागा में।
जलती आग में पानी पड़ो है राम लखन दो भाई,
मनोदरी सिया मिलन गई बागा में…..
गई गई असुर तेरी नार मन्दोदरी सिया मिलन गई बागा में -2
असुर तेरी नार मन्दोदरी होली गीत का वीडियो –
इस होली गीत के वीडियो को चांदनी इंटरप्राइजेज नामक यूट्यूब चैनल ने रिलीज किया है। इस होली गीत को कुमाऊँ के ग्यारह सुप्रसिद्ध गायकों ने अपनी आवाज दी है। इस गीत को संगीत दिया है प्रसिद्ध संगीतकार रितेश बिष्ट ने। तो यहाँ देखिये ये प्रसिद्ध कुमाऊनी होली का वीडियो –
उत्तरकाशी: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर उत्तरकाशी पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यह हेल्पलाइन नंबर 7455939993 है और यह 24 घंटे चालू रहेगा।
पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, श्री अर्पण यदुवंशी ने बताया कि इस समय चुनावकाल चल रहा है और पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू है। चुनाव के दौरान आमजन की सुविधा और सहायता हेतु उत्तरकाशी पुलिस द्वारा यह हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।
इस नंबर पर कॉल कर चुनाव से संबंधित जानकारी अथवा सहायता प्राप्त की जा सकती है। हेल्पलाइन नंबर पर आमजन चुनाव के दौरान होने वाले अवैध/संदिग्ध गतिविधियों की सूचना भी पुलिस को दे सकते हैं। आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।
आगामी लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के हेतु उत्तरकाशी पुलिस द्वारा हेल्पलाइन नम्बर 7455939993 जारी किया गया है, यह हेल्पलाइन नम्बर 24 घण्टे चालू रहेगा। चुनाव के दौरान आमजन की सुविधा एवं सहायता हेतु उत्तरकाशी पुलिस द्वारा हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है। https://t.co/TC0pNTZgpNpic.twitter.com/HT3NPPiMoU
— Uttarkashi Police Uttarakhand (@UttarkashiPol) March 22, 2024
उत्तरकाशी पुलिस पारदर्शी और भयमुक्त चुनाव के लिए कटिबद्ध है।
हल्द्वानी: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर उत्तराखंड में पुलिस और अर्द्धसैनिक बल फ्लैग मार्च निकल रही हैं। फ्लैग मार्च राज्य के सभी 13 जिलों में आयोजित किया जा रहा हैं। इसका उद्देश्य चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखना और लोगों को निष्पक्ष मतदान के लिए जागरूक करना है।
फ्लैग मार्च में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों ने लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील की कि वे चुनाव के दौरान शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अराजकता फैलाने की कोशिश न करें।
चुनाव आयोग ने भी लोगों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से मतदान करें। उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है और सभी नागरिकों का दायित्व है कि वे इसमें भाग लें।
चुनाव आयोग ने मतदान के लिए जागरूकता फैलाने के लिए कई अभियान शुरू किए हैं। इन अभियानों के तहत लोगों को मतदान के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है। चुनाव आयोग ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर भी मतदान के लिए जागरूकता फैलाने में अपना योगदान दें।
यह फ्लैग मार्च चुनाव आयोग की ओर से शुरू किए गए एक अभियान का हिस्सा है। इस अभियान के तहत, चुनाव आयोग प्रदेश भर में फ्लैग मार्च और अन्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
उम्मीद है कि इस फ्लैग मार्च से लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और वे शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव में भाग लेंगे।
आजकल, इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। हम इसका उपयोग बैंकिंग, खरीदारी, सोशल मीडिया और अन्य कई कार्यों के लिए करते हैं। लेकिन, इंटरनेट के बढ़ते उपयोगों के साथ, साइबर अपराध भी बढ़ रहा है। साइबर ठग हमेशा लोगों को धोखा देने, उनके पैसे और व्यक्तिगत जानकारी चुराने के नए तरीके खोजते रहते हैं। इस लेख में, हम आपको साइबर फ्रॉड (cyber fraud) से कैसे बचें? इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी और टिप्स प्रदान करेंगे।
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए, आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
अपनी व्यक्तिगत जानकारी को गुप्त रखें: कभी भी किसी को अपना बैंक खाता नंबर, पासवर्ड, OTP, या अन्य संवेदनशील जानकारी न दें।
संदिग्ध ईमेल, SMS, या लिंक पर क्लिक न करें: यदि आपको कोई संदिग्ध ईमेल, SMS, या लिंक प्राप्त होता है, तो उसे खोलने या क्लिक करने से पहले सावधान रहें।
अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें: हमेशा अपने ऑपरेटिंग सिस्टम, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, और अन्य सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें।
मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें: अपने सभी ऑनलाइन खातों के लिए अलग-अलग मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
सार्वजनिक Wi-Fi का उपयोग करते समय सावधान रहें: सार्वजनिक Wi-Fi का उपयोग करते समय, ऑनलाइन लेनदेन करने से बचें।
अपने परिवार और दोस्तों को जागरूक करें: अपने परिवार और दोस्तों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक करें और उन्हें सुरक्षित रहने के लिए टिप्स दें।
Cyber Fraud के सामान्य तरीके:
फ़िशिंग: यह एक धोखाधड़ी का तरीका है जिसमें साइबर ठग बैंक, सरकारी विभाग या अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं के रूप में प्रस्तुत होते हैं। वे आपको ईमेल, एसएमएस या फोन कॉल के माध्यम से संपर्क करते हैं और आपसे आपकी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि बैंक खाता संख्या या पासवर्ड, साझा करने के लिए कहते हैं।
फ़ेक लिंक: साइबर ठग आपको फ़ेक लिंक भेज सकते हैं जो आपको किसी नकली वेबसाइट पर ले जाते हैं। जब आप इन वेबसाइटों पर अपनी जानकारी दर्ज करते हैं, तो वे इसे चुरा लेते हैं।
रैंसमवेयर: यह एक प्रकार का मैलवेयर है जो आपके कंप्यूटर को लॉक कर देता है और आपको इसे अनलॉक करने के लिए पैसे देने की मांग करता है।
सोशल मीडिया घोटाले: साइबर ठग सोशल मीडिया पर नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों को धोखा देते हैं। वे दोस्ती का नाटक करते हैं और फिर आपसे पैसे उधार मांगते हैं या आपको किसी घोटाले में शामिल होने के लिए कहते हैं।
साइबर फ्रॉड (cyber fraud) का शिकार हो पर क्या करें ?
तुरंत अपने बैंक या वित्तीय संस्थान को संपर्क करें: यदि आपने किसी साइबर ठग को अपनी बैंक खाता संख्या या पासवर्ड दे दिया है, तो तुरंत अपने बैंक या वित्तीय संस्थान को संपर्क करें।
पुलिस में शिकायत दर्ज करें: यदि आप साइबर ठगी का शिकार हुए हैं, तो पुलिस में शिकायत दर्ज करें।
साइबर सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें: आप भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (https://cybercrime.gov.in/) की वेबसाइट पर जाकर साइबर सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तराखंड पुलिस सोशल मीडिया पर समय – समय पर साइबर फ्रॉड (cyber fraud) से बचने के तरीको को जानकारी देती रहती हैं।
देहरादून: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव आयोग की सख्ती रंग ला रही है। विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले तीन दिनों में 60 लाख रुपये से अधिक कीमत की अवैध शराब, नकदी और मादक पदार्थ बरामद किए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम के निर्देशों पर सभी जिलों में आबकारी, पुलिस, आयकर समेत 20 से अधिक प्रवर्तन एजेंसियां निगरानी कर रही हैं।
इलेक्शन एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग के स्टेट नोडल अफसर मनमोहन मैनाली ने बताया कि 16 मार्च से 18 मार्च तक विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों ने 60 लाख से अधिक कीमत की अवैध सामग्री सीज की है।
इसमें 11 मार्च को हरिद्वार में एक बड़ी कार्रवाई में 3 करोड़ 34 लाख रुपये कीमत के मादक पदार्थ सीज किए गए। जानकारी के अनुसार एक मार्च से 18 मार्च तक कुल 7 करोड़ 68 लाख रुपये से अधिक कीमत की अवैध सामग्री सीज की गई है। इसमें अवैध शराब, मादक पदार्थ, अनाधिकृत नकदी और अन्य सामग्री शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्रवर्तन एजेंसियां चुनाव में धन के दुरुपयोग को रोकने के लिए सभी संभावित प्रयास कर रही हैं।
आप को बता दे की यह बरामदगी चुनाव आयोग की सख्ती और प्रवर्तन एजेंसियों की निगरानी का नतीजा है।
देहरादून: 1988 बैच के IAS अधिकारी दिलीप जावलकर को उत्तराखंड का नया गृह सचिव नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति चुनाव आयोग के निर्देशानुसार की गई है। श्री जावलकर वर्तमान में उत्तराखंड के वित्त सचिव भी हैं।
जावलकर मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT बॉम्बे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में B.Tech किया है। वे उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं, जिनमें सचिव, पर्यटन, सचिव, शिक्षा, और सचिव, स्वास्थ्य शामिल हैं। वर्तमान में वे उत्तराखंड के वित्त सचिव भी हैं।
यह नियुक्ति चुनाव आयोग के निर्देशानुसार की गई। आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वह 19 मार्च 2024 तक नए गृह सचिव की नियुक्ति करे। जावलकर 31 मई 2024 तक या अगले आदेश तक गृह सचिव पद पर रहेंगे।
गृह सचिव के रूप में, जावलकर राज्य के कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे। वे राज्य पुलिस बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कामकाज की देखरेख करेंगे। जावलकर के सामने कई चुनौतियां होंगी, जिनमें आगामी विधानसभा चुनावों का संचालन, राज्य में बढ़ती अपराध दर, और नक्सलवाद जैसी समस्याएं शामिल हैं।
उम्मीद है कि जावलकर अपने अनुभव और योग्यता का उपयोग करते हुए इन चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक करेंगे और राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।