रामनगर: बड़ौदा आरसेटी हल्द्वानी ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को ऐपण राखी बनाने का छह दिवसीय प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को न केवल एक नया हुनर सिखाया गया, बल्कि उन्हें स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित किया गया। शुक्रवार को विकास खंड कार्यालय, रामनगर में आयोजित समापन समारोह में प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी श्याम सिंह नेगी, सहायक खंड विकास अधिकारी तनवीर असगर, ज्येष्ठ प्रमुख संजय नेगी, जानकी डसीला, ब्लॉक मिशन मैनेजर रामनगर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के निदेशक प्रदीप कुमार यर्सो ने बताया कि संस्थान प्रशिक्षणार्थियों को स्वरोजगार स्थापित करने में हर संभव मदद करेगा। उन्होंने कहा कि ऐपण राखी बनाने का यह हुनर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। प्रशिक्षण नरेंद्र सिंह और रितिका भटट ने दिया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिलाओं को न केवल एक नया हुनर मिला, बल्कि उन्हें एक नई पहचान भी मिली। अब वे ऐपण राखी बनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकती हैं। प्रशिक्षणार्थियों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए बड़ौदा आरसेटी हल्द्वानी का धन्यवाद किया।
क्या है ऐपण राखी?
ऐप्पण राखी एक पारंपरिक राखी है जो उत्तराखंड में बनाई जाती है। यह राखी चावल के आटे और रंगों से बनाई जाती है। ऐपण राखी को बनाने में काफी मेहनत लगती है।
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