अल्मोड़ा: अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों की जीवनरेखा माने जाने वाले अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब डेंजर जोन की खस्ताहाल स्थिति के चलते लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। बीते सोमवार को विभिन्न संगठनों और व्यापारियों ने इस समस्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मशाल जुलूस निकाला, जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की और तत्काल समाधान की मांग की।
क्यों है क्वारब डेंजर जोन समस्या?
- भूस्खलन और बोल्डर गिरने का खतरा: पिछले एक साल से क्वारब के पास लगातार पहाड़ी दरक रही है, जिससे भूस्खलन हो रहा है और बड़े-बड़े पत्थर गिर रहे हैं। इससे सड़क पर यातायात बार-बार ठप हो जाता है।
- व्यापार पर सीधा असर: भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इस वजह से खाद्यान्न और भवन निर्माण सामग्री जैसी आवश्यक वस्तुएं रानीखेत होकर अल्मोड़ा पहुंच रही हैं, जिससे सामान की लागत बढ़ गई है और स्थानीय लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है।
- स्वास्थ्य सेवाओं पर असर: मरीजों को भी जान जोखिम में डालकर आना-जाना पड़ रहा है, जिससे रेफर किए गए मरीजों की जान पर खतरा बढ़ गया है।
व्यापारियों, कांग्रेसियों और स्थानीय लोगों ने किया विरोध
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल, देवभूमि व्यापार मंडल और कांग्रेस समेत कई संगठनों ने इस समस्या को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
व्यापारियों का आक्रोश:
देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज सिंह पंवार के नेतृत्व में व्यापारियों ने डीएम आलोक कुमार पांडेय को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि क्वारब में सड़क बंद होने से व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है और महंगाई की मार पड़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही सभी वाहनों के लिए मार्ग नहीं खोला गया तो वे आम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे और अल्मोड़ा व बागेश्वर के बाज़ार बंद कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
कांग्रेस ने डीएम को घेरा:
विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी डीएम कार्यालय पर घेराव किया। उन्होंने कहा कि क्वारब पुल के निर्माण में लापरवाही बरती गई है और भू-गर्भीय सर्वेक्षण के नियमों का पालन नहीं किया गया। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों से नुकसान की भरपाई की मांग की। कांग्रेस ने वैकल्पिक मार्ग के निर्माण की भी मांग की और चेतावनी दी कि यदि स्थिति नहीं सुधरी तो वे आंदोलन करेंगे।
जनता का साथ:
इस बीच खजांची बाजार में व्यापारियों ने एक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया। लोगों ने 24 घंटे वाहनों के संचालन को सुचारू बनाने और इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की।
आगे क्या?
लोगों का कहना है कि प्रशासन और संबंधित विभाग इस समस्या के प्रति लापरवाही बरत रहे हैं। यदि जल्द ही इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के लोगों को और भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रशासन की तरफ से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
