उत्तरकाशी: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिलाधिकारी उत्तरकाशी, श्री प्रशांत आर्य ने गुरुवार को हर्षिल क्षेत्र में हाल ही में बनी अस्थायी झील का स्थलीय निरीक्षण किया। यह झील हाल की आपदा के दौरान धराली–हर्षिल क्षेत्र में खीरगाड़ में भारी मात्रा में मलबा आने के कारण बनी है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि झील के मुहाने से वर्तमान में जल का प्रवाह सुचारू रूप से हो रहा है, जिससे फिलहाल किसी बड़े खतरे की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि नदी के किनारों पर जमा मलबा जल प्रवाह में रुकावट पैदा कर रहा है, जिसे हटाने के लिए प्रशासन युद्धस्तर पर काम कर रहा है।
चूंकि प्रभावित स्थल दलदल युक्त है, इसलिए भारी मशीनों की तैनाती संभव नहीं हो पा रही है। ऐसे में स्थानीय संसाधनों और श्रमिकों की मदद से मैनुअल तरीके से मलबा हटाने का कार्य लगातार जारी है।
यह भी पढ़े: उत्तराखण्ड में नि:शुल्क विवाह पंजीकरण की समय सीमा अब 26 जनवरी 2026 तक
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में सतर्क निगरानी बनाए रखी जाए और समय-समय पर स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। साथ ही, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पहले से सुनिश्चित करने को कहा गया।
यह कदम आपदा के बाद हर्षिल और आसपास के क्षेत्रों में जनसुरक्षा और त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के प्रशासन के प्रयासों का हिस्सा है।