ज्योतिमठ: बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार रात को शीतकाल के लिए बंद होने के बाद आज सोमवार को भगवान बदरी विशाल, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी को योगबदरी पांडुकेश्वर मंदिर ले जाया गया। सेना बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ हुई इस यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी अब शीतकाल में पांडुकेश्वर में निवास करेंगे। वहीं, आदि गुरु शंकराचार्य जी की पावन गद्दी कल मंगलवार को योगबदरी पांडुकेश्वर से प्रस्थान कर श्री नृसिंह मंदिर ज्योर्तिमठ पहुंचेगी। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि ज्योर्तिमठ पहुंचने के बाद श्री नृसिंह मंदिर में शीतकालीन पूजाएं शुरू हो जाएंगी।
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद यह एक परंपरागत प्रक्रिया है। हर साल शीतकाल में शंकराचार्य जी की गद्दी को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाता है। योगबदरी पांडुकेश्वर और ज्योर्तिमठ में शीतकाल में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
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