Sunday, April 28, 2024

Monthly Archives: March, 2022

तीन तीतरी तीन-तीन, कुमाउनी लोक कथा

तीन तीतरी तीन तीन लोक कथा – मित्रों उत्तराखंड की सम्रद्ध प्रकृति में विचरण करने वाले पक्षियों की ध्वनि से उत्तराखंड की कोई न...

काफल पाको मैं नि चाखो, उत्तराखंड कि प्रसिद्ध लोककथा

काफल उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध जंगली फल है। यह फल हिमालयी पहाड़ो में प्रतिवर्ष अप्रैल और मई में होता है। कई दिब्यगुणो को अपने...

झोड़ा चाचरी उत्तराखंड के लोकनृत्य और कुमाउनी झोड़ा गीत लिरिक्स

झोड़ा उत्तराखंड का लोकनृत्य झोड़ा उत्तराखंड का एक लोकनृत्य गान है। यह उत्तराखंड के कुमाउनी क्षेत्र में गाया औऱ प्रदर्शित किया जाता है। लोकनृत्य गान...

तेरी सौं – उत्तराखंड आंदोलन के मुजफ्फरनगर कांड पर आधारित उत्तराखण्डी फ़िल्म

सन 2003 में निर्माता निर्देशक अनुज जोशी जी ने भी ,उत्तराखंड आंदोलन पर आधारित और मुख्यतः 2 अक्टूबर 1994 के मुजफ्फरनगर कांड पर आधारित...

टॉप 10 कुमाऊनी होली गीत लिरिक्स

जैसा की हम सबको पता है उत्तराखंड की फेमस कुमाऊनी होली पुरे भारत में प्रसिद्ध है। लगभग दो माह तक चलने वाला यह रंग...

मंगलकामनाओं से भरे फूलदेई के गढ़वाली और कुमाऊनी गीत

फूलदेई उत्तराखंड का प्रसिद्ध लोक पर्व है। प्रकृति को समर्पित इस प्रसिद्ध त्योहार के दिन छोटे छोटे बच्चे अपने थालियों में या झोले में...

पहाड़ी लोककथा – जब चीड़ के पेड़ को मिला फिटकार ( श्राप )

मित्रों कहा जाता है कि , पहाड़ों में होने वाले प्रमुख वृक्ष चीड़ के पेड़ को  श्राप (फिटकार ) मिला होता है। यह श्राप...
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