देहरादून: उत्तराखंड की 13 वीरांगनाओं को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए राज्य स्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन वीरांगनाओं ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, खेल, साहित्य, हस्तशिल्प और सामाजिक सेवा में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इस कार्यक्रम के दौरान तीलू रौतेली के जीवन पर आधारित शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। तीलू रौतेली पुरस्कार उत्तराखंड की उन महिलाओं को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है जिन्होंने समाज के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है। यह पुरस्कार महिलाओं को प्रेरित करता है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है।
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इन्हें मिला तीलू रौतेली पुरस्कार:-
डाॅ. माधुरी बड़थ्वाल (देहरादून):- प्रदेश की पहली गढ़वाली महिला संगीत अध्यापिका
विनीता देवी (रुद्रप्रयाग):- गुलदार के हमले से अपनी सास को बचाने के लिए
प्रीति गोस्वामी (अल्मोड़ा):- खेल के क्षेत्र में
नेहा देवली (बागेश्वर):- खेल के क्षेत्र में
संगीता राणा (हरिद्वार):- खेल के क्षेत्र में
अंकिता ध्यानी (पौड़ी):- खेल के क्षेत्र में
मनदीप कौर (ऊधमसिंह नगर):- पैरा बैडमिंटन में
नर्मदा देवी रावत (चमोली):- हस्तशिल्प के क्षेत्र में
सोनिया आर्या (चंपावत):- साहित्य के क्षेत्र में
सुधा पाल (नैनीताल):- विज्ञान के क्षेत्र में
शकुंतला दताल (पिथौरागढ़):- सामाजिक क्षेत्र में
रीना उनियाल (टिहरी गढ़वाल):- सामाजिक क्षेत्र में
गीता गैरोला (उत्तरकाशी):- सामाजिक क्षेत्र में
इसके साथ ही, 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इन कार्यकर्ताओं ने बच्चों के पोषण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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इन्हें मिला आंगनबाड़ी पुरस्कार
देवकी देवी (अल्मोड़ा)
गुड्डी देवी (अल्मोड़ा)
कमला खेतवाल (बागेश्वर)
धनवेस्वरी देवी
अनिता देवी (चमोली)
पुष्पा देवी (चमोली)
सीमा जोशी (चम्पावत)
मंजू बिष्ट (चम्पावत)
रजनी गुलेरिया (देहरादून)
प्रियतमा सक्सेना (देहरादून)
रश्मी शर्मा (हरिद्वार)
रेशमा (हरिद्वार)
हंसा मेहरा (नैनीताल)
दुर्गा बनौला (नैनीताल)
शोभा बौडाई (नैनीताल)
कविता देवी (पौड़ी)
जयाभारती देवी (पौड़ी)
उर्मिला देवी (पौड़ी)
दयमंत्री देवी (पौड़ी)
भागीरथी देवी (पिथौरागढ़)
बीनू धामी (पिथौरागढ़)
सरोज द्विवेदी (पिथौरागढ़)
विधि रौतेला (रुद्रप्रयाग)
समा पंवार (टिहरी)
जुप्पा देवी (टिहरी)
पिंकी (टिहरी)
आरती (यूएसनगर)
समीता श्रीवास्तव (यूएसनगर)
भारती देवी (यूएसनगर)
अंजूरानी चौहान (यूएसनगर)
सोनी (उत्तरकाशी)
सुषमा (उत्तरकाशी)
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प्रदेश की इन वीरांगनाओं ने अपने कार्यों से साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकती हैं। इन महिलाओं को सम्मानित करके उत्तराखंड सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया है।