Wednesday, January 15, 2025
Homeसंस्कृतिछोटी दीपावली पर खास होता है उत्तराखंड का यमदीप उत्सव या यमदीप...

छोटी दीपावली पर खास होता है उत्तराखंड का यमदीप उत्सव या यमदीप मेला।

यमदीप मेला उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति की एक पहचान।

छोटी दीपावली के दिन यमदीप जलाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन दक्षिण में चौमुखी दिया जलाने से परिवार में अकालमृत्यु का खतरा कम होता है।

Hosting sale

इसी प्रकार उत्तराखंड में इस रात यमदीप उत्सव या यमदीप मेला होता है।उत्तराखंड गढ़वाल मंडल के जनपद रुद्रप्रयाग के अन्तर्गत  क्वीलाखाल (2000 मी.) में दीपावली के  एक दिन पहले  कूर्मासनी देवी के मंदिर में मनाया जाने वाला यमदीपोत्सव या यमदीप मेला उत्तराखंड की किसी पुरानी सांस्कृतिक परम्परा का एक महत्वपूर्ण भाग है।

amazon sale

इस अवसर पर यहां के ग्रामवासी देवी कूर्मासनी (तुल. कोटासिनी) के सुसज्जित डोले को गाजे-बाजों के साथ गांव के लगभग डेढ़ किमी. ऊपर ले जाते हैं। रात्रि को डिण्डा पर्वत पर स्थित देवी के मंदिर में ‘यमपूजन’ किया जाता है तथा सन्ततिहीन दम्पत्ति सन्तनार्थ हाथ में जलता हुआ दीप लेकर रात्रिभर जागरण करते हैं।

लोगों की अटूटआस्था है कि सच्चे मन से की गयी मनौती अवश्य पूरी होती है। मनोकामना पूर्ण होने वाले दम्पत्ति अनिवार्यरूप से प्रतिवर्ष यहां आकर पूजा करते हैं। छोटी दीपावली के अगले दिन प्रातःकाल पूजा अर्चना के उपरान्त मायके आयी हुई विवाहित कन्यायें देवी के समक्ष अपने कष्टों के निवारण एवं सुखशान्ति के लिए प्रार्थना करती हैं।

Best Taxi Services in haldwani

संदर्भ – प्रो dd शर्मा । उत्तराखंड ज्ञानकोष ।

इन्हे भी पढ़े: लक्ष्मी पौ ऐपण के बिना अधूरी है पहाड़ की दिवाली।

हमारे व्हाट्सप्प ग्रुप से जुडने के लिए यहां क्लिक करें

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel
Bikram Singh Bhandari
Bikram Singh Bhandarihttps://devbhoomidarshan.in/
बिक्रम सिंह भंडारी देवभूमि दर्शन के संस्थापक और लेखक हैं। बिक्रम सिंह भंडारी उत्तराखंड के निवासी है । इनको उत्तराखंड की कला संस्कृति, भाषा,पर्यटन स्थल ,मंदिरों और लोककथाओं एवं स्वरोजगार के बारे में लिखना पसंद है।
RELATED ARTICLES
spot_img
Amazon

Most Popular

Recent Comments