गैरसैंण: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा सत्र के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। उन्होंने सदन में हुई सकारात्मक चर्चा को राज्य हित में बताया और कहा कि विपक्ष के सहयोग से सदन और लंबे समय तक चल सकता था। मुख्यमंत्री ने बताया कि सदन में कई विधेयकों के साथ-साथ अनुपूरक बजट पर भी चर्चा हुई और उसे स्वीकृति मिल गई। उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट का उद्देश्य सामान्य बजट की पूर्ति करना है। राज्य सरकार वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के साथ-साथ राजस्व बढ़ाने और खर्चों को कम करने पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिए राजस्व प्राप्ति के नए स्रोतों की खोज की जा रही है और ऋण लेने की प्रक्रिया को कम किया जा रहा है।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र पोषित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दे रही है। साथ ही, राज्यांश कम होने वाली योजनाओं का लाभ प्रदेशवासियों तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने राज्य के गेस्ट हाउसों को आय के स्रोत के रूप में विकसित करने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं, खिलाड़ियों और छात्रों के कल्याण के लिए कई प्रभावी निर्णय ले रही है। महिला स्वयं सहायता समूहों को बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराकर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा रहा है और उनके उत्पादों के विपणन की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में बनभूलपुरा और हल्द्वानी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए लोक और निजी संपत्ति क्षति वसूली विधेयक को मंजूरी दी गई है। अब संपत्तियों के नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस अन्याय को रोका जाना चाहिए।
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मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए शीघ्र ही एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने की बात कही। उन्होंने भराड़ीसैंण में वर्षभर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित करने के प्रयास किए जाने की भी जानकारी दी।