मार्गशीर्ष की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह उत्सव ,हिमालयी क्षेत्रों का एक खास त्यौहार है ,जो मैदानी दीवाली के…
Browsing: संस्कृति
जौलजीबी मेला का परिचय – भारत, नेपाल और तिब्बत तीन देशो की संस्कृति का संगम अंतर्राष्ट्रीय जौलजीबी मेला प्रतिवर्ष 14…
गोलू देवता उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र के लोक देवता हैं। इन्हे उत्तराखंड में न्याय के देवता के रूप में पूजा…
उत्तराखंड के वासियों की औलोकिक आस्था एवं विश्वास के अनुसार, जब किसी व्यक्ति के अस्वस्थ होने पर, औषधीय उपचारों से…
पलायन पर गढ़वाली कविता- टिहरी गढ़वाल के युवा लेखक प्रदीप बिजलवान बिलोचन जी के सहयोग से यहाँ उत्तराखंड की मूल…
दगड़ियों यहाँ माता के गढ़वाली भजन कीर्तन लिरिक्स शीर्षक से, हेमा नेगी कारसी जी का प्रसिद्ध भजन जय हो माता…
मित्रो माता के नवरात्री के उपलक्ष में माँ अगनेरी देवी और माँ वाराही देवी के कुमाऊनी भजन का संकलन इस…
मित्रो आजकल समस्त देश के साथ पहाड़ों में भी पितृपक्ष चल रहे हैं। साथ साथ खेती का काम भी चल…
हवीक : भाद्रपद और अश्विन माह में पितृपक्ष पर समस्त सनातनियों की तरह उत्तराखंड वासी भी, बड़ी श्रद्धा और खुशी…
हमारी उत्तराखंडी संस्कृति में कई ऐसे रिवाज और परम्पराएं हैं , जो वैज्ञानिक तर्कों पर खरी उतरती हैं। और कई…
 
		