लंबे विवादों के बाद उत्तराखंड का सबसे ज्यादा व्यूज वाला कुमाऊनी गीत गुलाबी शरारा यूट्यूब पर दुबारा वापस आ गया है। देश विदेश में तहलका मचाने वाला यह गीत यूट्यूब पर उत्तराखंड का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला गीत है। यूट्यूब पर इस गीत को 140 मिलियन यानी 14 करोड़ व्यूज मिले हैं। इस गीत पर देश विदेश की कई नामी हस्तियां पर गाने पर नाचती हुई नजर आ चुकी हैं। इस गीत को यंग उत्तराखंड नामक चैनल ने लांच किया था। उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक इंदर आर्य ने इस कुमाऊनी लोक गीत को अपनी आवाज दी है।
Table of Contents
चंदा कैसेट नामक कंपनी ने कॉपीराइट लगाया था
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड की एक लोकगीत कैसेट कंपनी ने इस पर कॉपीराइट लगाया था। उनके अनुसार 2005के आसपास के गढ़वाली गाने चिट रुमाल नामक गीत से इसकी धुन मिल रही थी। जिसके गायक गजेंद्र राणा हैं। इस जानकारी के बाद गजेंद्र राणा भी ,गुलाबी शरारा के प्रशंसकों के निशाने पर आ गए थे। आखिर गीत के वापस आने में और दोनो कंपनियों के बीच क्या बातचीत हुई होगी वो भविष्य में पता चलेगी।
इसे पढ़े : उत्तराखंड का किताब कौतिक: एक क्रांतिकारी पहल
उत्तराखंड के लगभग सभी गीतों की धुनें मिलती हैं
कुमाऊं के प्रसिद्ध गायकों गोविंद दिगारी, इंदर आर्य का मानना था कि ,सभी पहाड़ी लोक गीतों में लगभग एक ही धुन प्रयोग होती है। क्योंकि वो लोकगीत हैं और उनकी धुन भी लोक द्वारा रचित है न कि किसी की व्यक्तिगत! अब एक ने झोड़ा,छपेली या कोई अन्य लोक गीत बना दिया तो ,क्या दूसरा उन लोकगीतों को नहीं गाएगा? या फिर वो छपेली या झोड़ा गाने के लिए दूसरी धुन का इस्तेमाल करेगा ? फिर तो उस गीत का रूप ही बिगड़ जायेगा !