Monday, May 26, 2025
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अब शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन ,नैनिताल जिला प्रशासन ने शुरू किया ऑनलाइन पोर्टल।

शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन –

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ,उत्तराखंड सरकार ने शादियों में केवल 20 लोगों की गाइडलाइन जारी की है। जो भविष्य में और कम हो सकती है।  उत्तराखंड सरकार के अनुसार 18 से 25 मई के कर्फ्यू में  उत्तराखंड की शादियों में 72 घंटे पुरानी RTPCR  निगेटिव  रिपोर्ट आवश्यक है । मतलब शादी में जाने से पहले आपको कोरोना टेस्ट कराना पड़ेगा।

कोरोना में शादी की परमिशन के लिए  लोगो को दफ्तरों में भटकना पड़ रहा हैं। लोगों की इस समस्या का समाधान अब नैनीताल जिला प्रशासन ने निकाला है। नैनीताल जिला प्रशासन ने शादी की परमिशन के लिए एक ऑनलाइन वेब पोर्टल की शुरुवात की है। इस ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से नैनीताल जिले के निवासी अब घर बैठे ,शादी के लिए औपचारिक सरकारी परमिशन ले सकेंगे।

इस कोरोना महामारी के समय अब नैनीताल के निवासियों लोकडौन में शादी की  परमिशन के लिए नही भटकना पड़ेगा। जिससे उनको कोरोना का खतरा कम हो जायेगा और अन्य परेशानी भी नही होगी।

नैनीताल में शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन के लिए वेबसाइट –

नैनीताल जिला प्रशासन ने यह वेब पोर्टल बनाया है, शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन के लिए  –  

https://www.mynainital.in जानकारी के अनुसार उपरोक्त वेबसाइट में अपनी जानकारी और अंत मे शादी का कार्ड उपलोड करने के बाद , एक ऍप्लिकेशन नंबर मिलेगा । download permission latter  में क्लिक करके उसमें एप्लिकेशन नंबर का प्रयोग करके शादी का अनुमति पत्र डाऊनलोड कर सकते हैं। नैनीताल शादी की परमिशन का वेब पोर्टल बहुत आसान है। और हिंदी और अंग्रेजी दोनो भाषाओं में हैं। आपको भरने में कोई परेशानी नही होगी।

शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन के वेबपोर्टल का स्वरूप कुछ इस प्रकार है –

शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन
नैनीताल में शादी की परमिशन के लिए बनाए गए पोर्टल का स्वरूप

शादी के लिए ऑनलाइन परमिशन

नोट – उपरोक्त शादी की परमिशन कोरोना काल लोकडौन में शादी के लिए परमिशन। कोरोना में शादी की परमिशन लेनी पड़ती है। मेरी जानकारी के अनुसार सामान्य परिस्थितियों में बिना परमिशन के भी कर कर सकते हैं। जब धारा 144 लगी हो, कर्फ्यू लगा हो , लोकडौन लगा हो या आपातकाल चल रहा हो तो  इन परिस्थितियों में सामाजिक कार्य करने से पहले स्थानीय प्रशासन से आज्ञा लेनी होती है।

इसे भी जानें – कोरोना संक्रमण काल मे ,अब आप उत्तराखंड में घर बैठे ई संजीवनी वेबसाइट द्वारा विशेषज्ञ डाक्टरों से चिकित्सा परामर्श ले सकते हैं। जानने के लिए क्लिक करें।

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Bikram Singh Bhandari
Bikram Singh Bhandarihttps://devbhoomidarshan.in/
बिक्रम सिंह भंडारी, देवभूमि दर्शन के संस्थापक और प्रमुख लेखक हैं। उत्तराखंड की पावन भूमि से गहराई से जुड़े बिक्रम की लेखनी में इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनकी रचनाएँ उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों और प्राचीन मंदिरों का सजीव चित्रण करती हैं, जिससे पाठक इस भूमि की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत से परिचित होते हैं। साथ ही, वे उत्तराखंड की अद्भुत लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। बिक्रम का लेखन केवल सांस्कृतिक विरासत तक सीमित नहीं है, बल्कि वे स्वरोजगार और स्थानीय विकास जैसे विषयों को भी प्रमुखता से उठाते हैं। उनके विचार युवाओं को उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक विकास के नए मार्ग तलाशने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी भावनात्मक गहराई और सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण है। बिक्रम सिंह भंडारी के शब्द पाठकों को उत्तराखंड की दिव्य सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं, जिससे वे इस देवभूमि से आत्मिक जुड़ाव महसूस करते हैं।
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