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क्या मोबाइल से ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकते हैं
क्या हम अपने मोबाइल फ़ोन से ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकते हैं ? और जवाब होगा “बिल्कुल नही “ । ऑक्सीजन लेवल चेक करने के चक्कर मे हम अपनी मेहनत की कमाई साइबर हैकर या साइबर फ़्रॉड लोगो को दे देंगे। और अपनी व्यक्तिगत जानकारी भी।
साइबर अपराधी ( cyber froud ) फ़र्ज़ी मोबाइल एप के द्वारा लोगो को धोखे से ठग रहे हैं। भारत सरकार की साइबर संस्था ,साइबर दोस्त ( cyber dost ) ने अडवाइजरी जारी की है, जिसके अनुसार मोबाइल यूूज़र्स को अज्ञात यूआरएल (URL ) से ऑक्सीमीटर app नही डाउनलोड करना चाहिये।
Some URL Links on internet are advertising to provide fake Mobile Oximeter Apps to check your oxygen level. Do not download such fake Oximeter Apps on your mobile, as these Apps may steal your personal or biometric data from your Mobile phone.
— Cyber Dost (@Cyberdost) September 18, 2020
ऐसे लिंक या यूआरएल के app जो दावा करते हैं कि वो यूजर्स की ऑक्सीजन लेवल की जांच करते हैं। वो नकली और घातक हो सकते हैं। इन नकली एप्प या यूआरएल की सहायता से साइबर अपराधी आपके फ़ोन का कन्ट्रोल प्राप्त कर लेते हैं। इसके बाद साइबर अपराधी अपने मन माफिक आपके फोन का इस्तेमाल करते हैं।
इन फर्जी एप्प को आपके फ़ोन में डाउनलोड कराके, साइबर अपराधी आपके अकॉउंट से पैसे निकाल सकते हैं। आपके फोन में उपलब्ध व्यक्तिगत डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
तेलंगाना पुलिस और गुजरात cid की तरफ से भी बार बार कहा जा रहा है,कि सोशल मीडिया में ऑक्सीमीटर app के लिंक वायरल हो रहे हैं, जो फ़ोन द्वारा ऑक्सीजन लेवल जांच करने का दावा करते हैं। ये लिंक पूरी तरह फ़र्ज़ी हैं।
आपको बता दें कि मोबाइल ऐप से ऑक्सीजन लेवल की जांच नहीं हो सकती है। आप बाजार से ऑक्सीमीटर खरीद कर उससे अपने ऑक्सीजन लेवल की जांच कर सकते हो।
ऑक्सीमीटर क्या है ?
Pulse Oximeter क्या होता है ?
Pulse Oximeter डिजिटल डिस्प्ले वाली एक छोटी सी डिवाइस होती है। ऐसे PPO यानी पोर्टेबल पल्स ऑक्सीमीटर कहा जाता है। पेपर क्लीप या क्लॉथ क्लीप की तरह ,पीछे से दबा कर मरीज की उंगली में लगाई जाती है। फसाने के बाद इसे ऑन करते हैं। इस डिवाइस की मदद से मरीज की नब्ज और खून में ऑक्सीजन लेवल का पता चलता है। डिजिटल डिस्प्ले में इसकी रीडिंग दिख जाती है।
इस Pulse Oximeter के अनुसार एक स्वस्थ मनुष्य का 95 से 100 तक ऑक्सीजन लेवल आदर्श माना जाता है।
Pulse Oximeter कैसे काम करता है ?
Pulse Oximeter के बारे में जाने माने श्वाश रोग विशेषज्ञ डॉक्टर माइक हेनसन ने अपने यूट्यूब वीडियो में बताया है, कि Pulse Oximeter आन करते ही एक लाइट जलती हुआ दिखाई देती है। मतलब यह हमारी त्वचा पर लाइट छोड़ता है,और ब्लेड सेल्स के रंग और उनके मोमेंट्स को डिटेक्ट करता है।
हमारे जिन ब्लेड सेल्स में ऑक्सीजन अच्छी मात्रा में होती हैं, वो चमकदार लाल दिखाई देती हैं। बाकी हिस्सा गहरा लाल दिखाई देता है।
बढ़िया ऑक्सीजन वाले ब्लड सेल्स और अन्य ब्लड सेल्स के अनुपात अर्थात चमकदार लाल और गहरे लाल के अनुपात के आधार पर ही ऑक्सीमीटर ऑक्सीजन लेवल को प्रतिशत में गिनती है। अगर Pulse Oximeter 95 प्रतिशत की रीडिंग दे रही है। तो इसका मतलब आपके केवल 5 प्रतिशत कोशिकाओं में ऑक्सीजन नहीं है। 95 प्रतिशत कोशिकाओं में अच्छा ऑक्सीजन है।
ऑक्सीजन लेवल कितना होना चाहिए –
डॉक्टर हेनसन के अनुसार ,एक सामान्य व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 95 से 100 प्रतिशत के बीच होता है। यदि मनुष्य का ऑक्सिजन लेवल 95 प्रतिशत है। इसका मतलब है ,कि उसके फेफड़ो में कुछ परेशानी है।
कोरोना काल मे कब अस्पताल जाना चाहिए ? इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि यदि ऑक्सीजन लेवल 92 से नीचे चला जाय तो समझ लेना चाहिए कि स्थिति गंभीर है। मरीज को ऑक्सिजन की जरूरत पड़ने वाली है। उपरोक्त मानक एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए है। हर इंसान का मानक उसकी बीमारी के हिसाब से अलग अलग हो सकता है। इसके लिए मरीज को डॉक्टर की राय लेनी चाहिए।
ऑक्सीजन की जांच में ध्यान रखने लायक बिंदु-
- जिस उंगली से रीडिंग ले रहे है, उसके नाखून बड़े ना हो और उन पर किसी प्रकार का रंग ना लगा हो।
- आपके हाथ ठंडे नही होने चाहिए
- रोगी का ब्लड सर्कुलेशन खराब नही होना चाहिए।
कोरोना में ऑक्सीमीटर का महत्व –
सामान्य रूप में इसका इस्तेमाल सर्जरी के बाद मरीजों की ऑक्सीजन लेवल जांचने के लिए होता है। छाती रोग और दमा, सास के मरीज भी इसे अपने पास रखते हैं। Oximeter यह बताता है कि ,कि मरीज को अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत तो नही पड़ने वाली है ? कोरोना काल मे इसका महत्व बढ़ गया है।
क्योंकि कोरोना viras , सीधे मरीज के फेफड़ो में हमला कर रहा है। जिससे मरीज को श्वाश लेने में परेशानी हो रही है। शरीर मे ऑक्सीजन लेवल कम होता जा रहा। बाहर अस्पतालों में इतनी भीड़ हो रही।
Oximeter की सहायता से मरीज अपने घर में रहकर अपने ऑक्सीजन लेवल कि मोनिटरिंग कर सकते हैंं। और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त ऑक्सीजन केे लिये हॉस्पिटल के लिए संपर्क कर सकते हैं। कोरोना काल में Oximeter (ऑक्सीमीटर ) का बहुत महत्व है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन भी कह चुके हैं, कि इसकी मदद से कोरोना रोगियों की जल्दी जांच हो सकती है।
ऑक्सीमीटर कहाँ मिलेगा –
कोरोना में ऑक्सीमीटर का महत्व आपको पता चल ही गया होगा । ऑक्सीमीटर बाजार में मेडिकल स्टोर में 500 से 4000 तक का मिल जाता है। अगर मेडिकल स्टोर में नही है,तो आप ऑनलाइन शॉपिंग में मिल सकता है। ऑनलाइन स्टोर में अमेज़ॉन ,फ्लिप्कार्ट, paytm मॉल में मिल जाएगा।
कोरोना में Oximeter की बढ़ती मांग को देखते हुए , अब यह आसानी से बाजार में नही मिल पा रहा है। ऑनलाइन मार्किट में भी कई बार आउट ऑफ स्टॉक चल रहा है। कुछ नकारात्मक तत्व इस स्थिति का फायदा उठाकर ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी कर रहे हैं। कुछ Oximeter froud भी कर रहें है। ( क्या मोबाइल से ऑक्सीजन की जांच )
आजकल बाजार में नकली ऑक्सीमीटर भी आ गए हैं। जो लकड़ी के टुकड़े या टूथ ब्रश में भी ऑक्सीजन लेवल बता रहें हैं। इसलिए आप सब से निवेदन है,कि Oximeter को देख कर जांच कर खरीदें। और सबसे महत्त्वपूर्ण बात एक बात फिर बताना चाहूंगा कि ,
मोबाइल से ऑक्सीजन लेवल की जांच सम्भव नही है। मोबाइल से ऑक्सीजन जांचने के चक्कर मे साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं।
निवेदन –
उपरोक्त लेख में हमने आपको, ऑक्सीमीटर क्या होता है ? कहाँ मिलेगा ? क्या मोबाइल से ऑक्सीजन लेवल की जांच हो सकती है ? Oximeter कैसे काम करता है ? ऑक्सिमिटर का प्रयोग कैसे करते हैं ? आदि सवालों का जवाब देने की कोशिश की है। अगर इसके अलावा और कोई सवाल हो तो, आप हमें कमेंट्स में या हमारे फ़ेसबुक पेज देवभूमि दर्शन पर मैसेज करके पूछ सकते हो।
मित्रों वर्तमान कोरोना काल मे Puls oximeter कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख हथियार का रोल निभा रहा है। और कुछ नकारात्मक सोच वाले लोग इस परिस्थिति का गलत फायदा उठा रहे हैं। वो मोबाइल से ऑक्सीजन की जांच के नाम पर लोगो के साथ साइबर फ़्रॉड कर रहे हैं।
या नकली ऑक्सीमीटर बेच कर लोगों को ठग रहें है। हम सभी को कोरोना से बचने के साथ साथ इन अपराधी प्रवर्ति के लोगों से भी बचना है। इसलिए आपको कुछ भी ऑनलाइन करने को बोला जाता है, एक बार उसकी सत्यता जरूर जांच ले ।