2022 में चार धाम कपाट खुलते ही चारधाम यात्रा पुरे हर्षोउल्लास और उत्साह के साथ शुरू हो गई थी। कोरोना महामारी के बाद ,दो साल बाद इस साल 2022 में चार धाम यात्रा निर्विघ्न रूप से शुरू हुई। इस साल लोगों में चार धाम यात्रा का ऐसा उत्साह जगा कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही बीस हजार से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच गए। सरकार के इंतजाम भी कम पड़ गए थे। बाद में भीड़ देखते हुए सरकार ने प्रतिदिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या नियंत्रित की।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा आजकल अपने चरमोत्कर्ष पर है। अब नियत विधि विधान के अनुसार दशहरे के दिन चारों धामों के बंद होने की तिथि घोषित की जाती है। इसी आधार पर 2022 में चार धाम कपाट बंद होने की तिथि भी इस दशहरे को घोषित की जा चुकी है। इस घोषणा के अनुसार बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवम्बर को दिन में 3 बजकर 35 मिनट के शुभ मुहूर्त पर बंद होंगे। गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर 12 बजकर 1 मिनट पर बंद होंगे। यमुनोत्री धाम के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष जी के अनुसार , यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर भैया दूज पर 12 :09 मिनट पर सर्वसिद्धि योग और अभिजीत मुहूर्त पर बंद किये जायेंगे।
भगवान् भोलेनाथ के धाम केदारनाथ के कपाट भी 27 अक्टूबर को भैयादूज पर बंद किये जायेंगे। बद्रीनाथ धाम के बारे में प्राप्त सुचना के अनुसार इस साल 2022 में बद्रीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर दोपहर 3:35 बजे बंद किये जायेंगे।
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