गैरसैंण: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण, गैरसैंण ने आज एक अविस्मरणीय दिन देखा, जब 8 देशों के राजदूत, उच्चायुक्त और प्रतिनिधि यहां स्थित विधानसभा परिसर पहुंचे। इन गणमान्य विदेशी मेहमानों का उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य ने मंत्रमुग्ध कर दिया।
भराड़ीसैंण पहुंचते ही विदेशी मेहमानों ने उत्तराखंड की हरी-भरी वादियां, स्वच्छ वातावरण और अनुपम प्राकृतिक सुंदरता देखी। वे सभी इसकी मनमोहक छटा से अभिभूत नज़र आए और उन्होंने गैरसैंण को एक अद्भुत तथा हर रूप से समृद्ध स्थल बताया।
इस विशेष अवसर पर, अतिथियों के स्वागत में उत्तराखंड की समृद्ध लोकसंस्कृति की एक शानदार झलक प्रस्तुत की गई। छोलिया नृत्य के जीवंत प्रदर्शन और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की मनमोहक गूंज के साथ विदेशी मेहमानों का भव्य स्वागत किया गया। इस सांस्कृतिक स्वागत से वे बेहद प्रसन्न हुए और उन्होंने उत्तराखंड की सदियों पुरानी सांस्कृतिक विरासत की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरीनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, और भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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इसके अतिरिक्त, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत में श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, और प्रसिद्ध योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल हुए।
यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के महत्व को और बढ़ाता है, जो न केवल योग के वैश्विक प्रसार का प्रतीक है, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों और देशों के बीच सद्भाव और समझ को भी बढ़ावा देता है। भराड़ीसैंण में यह भव्य स्वागत निश्चित रूप से विदेशी मेहमानों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया है।