Friday, March 29, 2024
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उत्तराखंड की एक और बेटी का चयन हुआ, राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम में | Uttrakhand girl Shweta varma will play in Indian Cricket team

शनिवार 27 फरवरी 2021 उत्तराखंड की बेटियों के लिए शुभ दिन आया है। एक ओर नैनीताल की बेटियों को आज सरकार ने सम्मानित किया है, वही पिथौरागढ़ थल की बेटी श्वेता वर्मा |Shweta varma का चयन भारतीय महिला क्रिकेट टीम में हुआ है। साउथ अफ्रीका के साथ 7 मार्च से शुरू हो रही एक दिवसीय पांच मैचों की श्रंखला के लिए ,भारतीय महिला क्रिकेट टीम में उत्तराखंड कि  थल निवासी विकेटकीपर बल्लेबाज श्वेता वर्मा का चयन हुआ है।

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Up की टीम से खेलने वाली श्वेता का चयन 2020 में india A टीम के लिए भी हुआ था। एकता बिष्ट , मानसी जोशी  के बाद श्वेता उत्तराखंड की तीसरी महिला हैं, जिनका चयन राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में हुआ है।

श्वेता वर्मा
Pics credit -jagran.com

कौन है उत्तराखंड की श्वेता वर्मा | Uttrakhand ki Shweta varma |

टेलेंट संसाधनों का मोहताज नही होता, अपनी इच्छा शक्ति और जूनून के बल से टेलेंट खुद को साबित कर देता है। और इस बात को यथार्थ किया है, उत्तराखंड पिथौरागढ़ की बेटी श्वेता वर्मा ने।

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गरीब परिवार और विषम परिस्थितियों वाले पहाड़ में  में पैदा हुई श्वेता वर्मा ने अपनी मंजिल हासिल कर ,पहाड़ की अन्य बेटियों के लिए एक उदाहरण पेश किया है।

थल कस्बे की श्वेता वर्मा ने प्राथमिक शिक्षा ,स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर से की । उनकी माता जी  प्राथमिक विद्यालय में आंगन बाड़ी में कार्यरत हैं। परिवार के सदस्यों के साथ टेलीविजन पर क्रिकेट मैच देखते हुए , उनको इस खेल में ऐसी रूचि पैदा हुई कि, इसे अपना लक्ष्य बना लिया।

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प्रारम्भिक शिक्षा पूरी होते ही उन्होंने अपने हाथ मे बल्ला थाम लिया था। उनकी साथ कि सहेलियों को इस खेल में कोई दिलचस्पी नहीं थी। गांव की खेल प्रतियोगिताओ में  वो खेलने लगी, जब खेलने के लिए साथ मे लड़किया नही थी, तो वो लड़को के साथ खेलती थी।

बारहवीं परीक्षा पास करने के बाद तो उनको क्रिकेट की धुन सवार हो गई। आगे की शिक्षा के लिए वो अल्मोड़ा पहुँची। उन्होंने वहां अपना टेलेंट दिखाना शुरू कर दिया।

वहा के कोच लिकयात अली ने उनकी प्रतिभा को पहचाना, और 4 वर्ष तक उनको क्रिकेट का ज्ञान दिया,और बारीकियां सिखाई। इस दौरान उन्होंने कई क्रिकेट टूर्नामेंट खेले, फिर उनका चयन उत्तर प्रदेश की महिला टीम में हुआ। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा।

 

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Bikram Singh Bhandari
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बिक्रम सिंह भंडारी देवभूमि दर्शन के संस्थापक और लेखक हैं। बिक्रम सिंह भंडारी उत्तराखंड के निवासी है । इनको उत्तराखंड की कला संस्कृति, भाषा,पर्यटन स्थल ,मंदिरों और लोककथाओं एवं स्वरोजगार के बारे में लिखना पसंद है।
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