नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में आयोजित 15वें ‘उत्तराखंड महाकौथिग’ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तराखंडियों, कलाकारों और युवाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रवासी समाज को राज्य की संस्कृति का सच्चा ‘ब्रांड एंबेसडर’ बताया।
अपनी जड़ों से जुड़े हैं प्रवासी
मुख्यमंत्री धामी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की चकाचौंध में रहते हुए भी उत्तराखंडी समाज ने अपनी लोक परंपराओं और विरासत को जीवित रखा है। उन्होंने कहा, “प्रवासी उत्तराखंडी राज्य से दूर रहकर भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। यह आयोजन भाई-बहनों को एक सूत्र में पिरोने और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति से रूबरू कराने का सशक्त मंच है।”
5 से 7 दिन का हुआ महाकौथिग
कार्यक्रम की बढ़ती लोकप्रियता का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि महाकौथिग की अवधि को पांच दिनों से बढ़ाकर अब सात दिन कर दिया गया है, जो इसकी सफलता का प्रमाण है। इस मेले में:
- पारंपरिक वेशभूषा और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी।
- जैविक उत्पाद और पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद।
- जागर, बेड़ा, मांगल, खुदेड़ और छोपाटी जैसे लोकगीतों की गूंज।
- छोलिया, पांडव और झोड़ा-छपेली जैसे लोक नृत्यों का प्रदर्शन देखने को मिला।
विकास के पथ पर देवभूमि
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण हो रहा है। इसी तर्ज पर उत्तराखंड सरकार भी राज्य को विश्व की ‘आध्यात्मिक राजधानी’ बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा:
- इंफ्रास्ट्रक्चर: दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और विभिन्न कॉरिडोर का निर्माण तेजी से जारी है।
- आर्थिक पहल: ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’, ‘एक जनपद, दो उत्पाद’ और एप्पल मिशन जैसी योजनाओं से स्थानीय आर्थिकी मजबूत हो रही है।
- रैंकिंग: उत्तराखंड ने सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में देश में प्रथम स्थान और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में एचीवर्स की श्रेणी प्राप्त की है।
डेमोग्राफी और कानून व्यवस्था पर कड़ा संदेश
अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने राज्य की आंतरिक सुरक्षा और डेमोग्राफी को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि देवभूमि की पवित्रता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
सीएम धामी ने कहा, “उत्तराखंड नफरत नहीं, संस्कार चाहता है। हम विभाजन नहीं, एकता चाहते हैं। लेकिन, राज्य में अवैध गतिविधियों, अतिक्रमण और राष्ट्र विरोधी मानसिकता के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।“
