उत्तराखंड में मौसम ने अपना अनोखा रंग दिखाया है। पहाड़ों पर जहां बर्फबारी की सफेद चादर बिछी हुई है, वहीं मैदानी इलाकों में घने कोहरे ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। उधम सिंह नगर और हरिद्वार जैसे जिलों में सूरज का दीदार नहीं हो सका, जिससे कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर साफ नजर आ रहा है।
उत्तराखंड का विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली सर्दियों के इस मौसम में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। पिछले दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के चलते औली में एक फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। लगभग तीन हजार से अधिक पर्यटक इस समय औली में बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। स्कीइंग और स्नो स्पोर्ट्स के लिए यह जगह सर्दियों का स्वर्ग बन गई है।
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मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। हालांकि, बारिश को लेकर कोई बड़ा अलर्ट जारी नहीं किया गया है। 31 दिसंबर को हरिद्वार और उधम सिंह नगर के कुछ इलाकों में घने कोहरे की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार, राज्य में तीन जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।
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मैदानी इलाकों में कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है। उधम सिंह नगर और हरिद्वार में दृश्यता बेहद कम हो गई है। घने कोहरे और ठंड के चलते यातायात व्यवस्था बाधित हो सकती है। लोग धूप का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल राहत के आसार नहीं दिख रहे।
औली में बर्फबारी से स्थानीय पर्यटन उद्योग को नई ऊर्जा मिली है। यहां के होटलों और रिजॉर्ट्स में पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। बर्फीली वादियों में समय बिताने और स्नो स्पोर्ट्स का मजा लेने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पहुंच रहे हैं।
नए साल की शुरुआत में ठंड और शीतलहर से कोई राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा करने वाले पर्यटकों को मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए तैयारियां करने की आवश्यकता है।
औली की खूबसूरती का आनंद लें
बर्फ से ढके औली के नजारों ने इसे सर्दियों के सबसे खूबसूरत स्थलों में शुमार कर दिया है। अगर आप सर्दी का असली मजा लेना चाहते हैं, तो औली जरूर जाएं। लेकिन अपनी सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखें।
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