Thursday, April 17, 2025
Homeसमाचार विशेषकोविसेल्फ़ किट से अब घर में स्वयं करे कोरोना की जांच।

कोविसेल्फ़ किट से अब घर में स्वयं करे कोरोना की जांच।

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में, देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदहाल कर दिया है। कोरोना संक्रमण के बीच , लोगों को कोरोना टेस्ट कराने में काफी परेशानियां हो रही हैं। देश तथा उत्तराखंड में जांच सेंपल का बैकलॉग बढ़ता ही जा रहा है। इन्ही परेशानियों को कम करने के लिए , भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR)ने बुधवार ( 19.05.2021) को घर मे ही कोरोना जांच किट कोविसेल्फ़ किट और कोविड-19 OTC एंटीजन LF ,दो ऐसी टेस्ट किट हैं जिन्हें भारत में मान्यता दी है।

पुणे कि my lab को यह किट बनाने व बितरण की परमिशन दी गई है। इस कीट से अब कोई भी, अपने घर मे ही खुद या अपने परिवार जनों का कोरोना टेस्ट कर सकता है। कोविसेल्फ़ नामक  टेस्ट किट एक रैपिड एंटीजन टेस्ट किट (RAT) किट है। घर पर कोरोना टेस्ट को मंजूरी के साथ साथ, भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) ने एक गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन में इस किट को प्रयोग करने के सारे दिशानिर्देश दिए गए हैं। आइये जानते है। इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी –

कोरोना संक्रमित है या नही, इसकी जांच के लिए आपको अब लैब जाने की जरूरत नही, भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के अनुसार अब आप महज 250 रुपये खर्च करके, स्वंय ही कोरोना की जांच कर सकते हैं।

Hosting sale

कोविसेल्फ़ किट से 2 मिनट में होगी जांच और 15 मिनट में आएगा रिजल्ट

भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के अनुसार इस किट से जांच करने के लिए  मात्र 2  मिनट लगेंगे, और टेस्ट का रिजल्ट 15 मिनट में आएगा।भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के अनुसार इस सेल्फ टेस्ट किट से कोरोना संक्रमित आने RTPCR कराने की जरूरत नही है। उसे संक्रमण के प्रोटोकॉल के अनुसार इलाज करना होगा।

कोविसेल्फ़ किट , सेल्फ टेस्ट किट का प्रयोग कौन कर सकता है-

भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के अनुसार , कोविसेल्फ़ सेल्फ टेस्ट किट का प्रयोग केवल उन लोगो को करना चाहिए, जिनमे कोरोनो के लक्षण हों या किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आए हों। इस किट का बेवजह , बिना सोचे समझे नही करना चाहिए । भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) ने कहा, कि कोविसेल्फ़ सेल्फ टेस्ट किट का प्रयोग करने से पहले , किट में दी गई गाइडलाइंस को अच्छे से ध्यानपूर्वक पढ़ कर , जांच करें।

कोविसेल्फ़ किट
फ़ोटो , ट्वीटर my lab हैंडल

कहाँ मिलेगी कोविसेल्फ़ किट –

देश की प्रसिद्ध लैब my lab के अनुसार लगभग अगले हफ्ते तक कोविसेल्फ़ किट (koviself kit ) देश की लगभग 7 लाख मेडिकल स्टोर्स पर उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा यह किट ऑनलाइन फार्मेसी पोर्टलस पर भी उपलब्ध हो जाएगी।

Best Taxi Services in haldwani

मोबाइल ऐप की सहायता से कोविसेल्फ़ किट का प्रयोग कर सकते हैं –

सरकार की ओर से कोविसेल्फ़ मोबाइल ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मिलेगा । भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के अनुसार घर पर कोरोना टेस्ट ,एक मोबाईल ऐप के जरिये सम्पन्न होगा। इस ऐप को एक कंपनी ने devlop कर दिया है, 3 और कंपनियां इस पर काम कर रही हैं।

घर पर कोरोना टेस्ट के लिए , सर्वप्रथम आपको यह किट खरीदनी होगी। फिर इसकी ऐप डाउनलोड करनी होगी। उसके बाद किट में दिए गए गाइडलाइन के अनुसार टेस्ट करके, टेस्ट की फ़ोटो किट सहित इसके ऐप पर उपलोड करनी होगी।

टेस्ट पॉजिटिव आने पर क्या करें ?

भारतीय चिकित्सा परिषद (ICMR) के दिशा निर्देश के अनुसार कोविसेल्फ़ टेस्ट किट की जांच में जो पॉजिटिव पाए जाते हैं। उनको कोरोना पॉजिटिव ही समझा जाएगा।और उनको दुबारा टेस्ट कराने की जरूरत नही होगी। पॉजिटिव आने वालों को , होम आइसोलेशन  में रहने और सरकार की कोरोना गाइडलाइन के तहत, कोरोना नियमो का करना होगा। कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनमे कोरोना के लक्षण तो होते हैं, लेकिन कोविसेल्फ़ किट में वे नेगेटिव आ जाते हैं,तो इन्होंने दुबारा RTPCR test कराना चाहिए। कभी कभी कम वायरस लोड के कारण , रैपिड एंटीजन टेस्ट नेगेटिव आ जाता है।

कोविसेल्फ़ किट के फायदे –

  • देश को कोरोना से लड़ने में सहायता मिलेगी । जितने अधिक टेस्ट होंगे उतना फायदा होगा।
  • लैब में टेस्ट बैकलॉग कम होगा
  • टेस्ट के लिए भीड़ कम होगी, जिससे एक दूसरे से संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा।
  • यात्रा करने वाले या नौकरी पेशा लोग ,बिना भीड़ में गए घर पर कोरोनो टेस्ट करके, अपनी रिपोर्ट बना लेंगे।

निवेदन

मित्रो जैसा कि हमारे पेज का नाम है, देवभूमि दर्शन  , जाहिर है हमारी सारी बाते देश के साथ साथ , अपने उत्तराखंड के लिए भी होती हैं। उपरोक्त विषय के आधार पर हम भी विचार कर रहें है, कि उत्तराखंड में कितनी और कौन सी दुकान पर मिलेगी कोरोना किट ? और इसको प्रयोग कैसे करेंगे ?  मित्रो जैसे ही यह किट और एसिक ऐप बाजार में उपलब्ध हो जाएगा, तो इसके प्रयोग करने की विधि को एक पोस्ट में आपको समझाने की कोशिश करेंगे।

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहाँ क्लिक करें

इसे भी पढेउत्तराखंड में ज्यादा बादल क्यों फटते है ? Read more ….

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel
Bikram Singh Bhandari
Bikram Singh Bhandarihttps://devbhoomidarshan.in/
बिक्रम सिंह भंडारी, देवभूमि दर्शन के संस्थापक और प्रमुख लेखक हैं। उत्तराखंड की पावन भूमि से गहराई से जुड़े बिक्रम की लेखनी में इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनकी रचनाएँ उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों और प्राचीन मंदिरों का सजीव चित्रण करती हैं, जिससे पाठक इस भूमि की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत से परिचित होते हैं। साथ ही, वे उत्तराखंड की अद्भुत लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। बिक्रम का लेखन केवल सांस्कृतिक विरासत तक सीमित नहीं है, बल्कि वे स्वरोजगार और स्थानीय विकास जैसे विषयों को भी प्रमुखता से उठाते हैं। उनके विचार युवाओं को उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक विकास के नए मार्ग तलाशने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी भावनात्मक गहराई और सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण है। बिक्रम सिंह भंडारी के शब्द पाठकों को उत्तराखंड की दिव्य सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं, जिससे वे इस देवभूमि से आत्मिक जुड़ाव महसूस करते हैं।
RELATED ARTICLES
spot_img
Amazon

Most Popular

Recent Comments