26 जनवरी 2022 गणतंत्र दिवस की परेड में ,इस बार उत्तराखंड की झांकी में नजर आएगी उत्तराखंड के डोबरा चांठी पुल की झांकी। और इस झांकी में डोबरा चांठी पुल के साथ नजर आएगा ,प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब ,टिहरी बांध और भगवान् बद्रीविशाल का महँ दरबार। कुमाऊं सांस्कृतिक लोककला दर्पण लोहाघाट के 16 कलाकारों का दल इस झांकी के साथ चलता हुवा नजर आएगा।
उत्तराखंड राज्य की स्थापना के बाद 12 बार उत्तराखंड राज्य की झांकी गणतंत्र दिवस में भाग ले चुकी है। जिसमे 2003 में फूलदेई की झांकी ,2005 मे नंदा राज जात की झांकी और 2006 में फूलों की घाटी के दर्शन कराती हुई झांकी ,2007 में नेशनल कार्बेट पार्क की झांकी ,2009 में साहसिक पर्यटन से सम्बंधित ,2010 में कुम्भमेला ,2014 में ज,ड़ीबूटी से सम्बंधित और 2015 में केदारनाथ के दुबारा निर्माण की झांकी नजर आई थी। 2018 में ग्रामीण पर्यटन ,2019 अनासक्ति आश्रम और 2021 में केदारनाथ धाम की झांकी ने गणतंत्र दिवस की परेड में प्रतिभाग किया था।
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देश का सबसे लम्बा सस्पेंशन ब्रिज है ,उत्तराखंड का डोबरा चांठी पुल –
उत्तराखंड की टिहरी बांध पर बना है ,देश का सबसे बड़ा सस्पेंशन ब्रिज।सस्पेंशन ब्रिज का मतलब होता है ,झूलता हुवा पुल। डोबरा चांठी पुल का निर्माण सन 2006 से शुरू हो गया था। कई बार डिजाइन असफल होने और अन्य कारणों की वजह से इसका निर्माण कार्य लम्बे समय अवरुद्ध रहा। काफी इंतजार के बाद यह पल अक्टूबर 2020 में बनकर तैयार हुवा। उत्तराखंड राज्य स्थापना की वर्षगाठ पर 8 नवंबर 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने इसका उट्घाटन किया था। डोबरा चांठी पुल को बनाने में लगभग 150 करोड़ की लागत आई। इस पुल की लम्बाई 725 मीटर है। और वाहन चलाने लायक यह देश का सबसे लम्बा झूला पुल है। यह पुल समुद्रतल से 850 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इस पुल की चौड़ाई 07 मीटर है। डोबरा पुल के दोनों ओर 58 मीटर के चार टावर बने हुए हैं। टिहरी झील पर यह पुल बनने के बाद प्रताप नगर वासियों को अब ५०-६० किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय नहीं करना पड़ता है।
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पुल पर लगी आधुनिक फसाड लाइट हैं आकर्षण का केंद्र –
टिहरी बांध पर बना प्रतापनगर और उत्तरकाशी के गाजणा पट्टी की लाइफ लाइन और देश का सबसे बड़ा झूला पुल। दिन की प्राकृतिक सुंदरता में जितना मनमोहक लगता है उससे कई गुना आकर्षक रात को आधुनिक फसाड लाइट में लगता है। उत्तराखंड का डोबरा चांठी पुल में आधुनिक फसाड लाइट लगी हैं। जो रात को बहुत आकर्षक लगती हैं। रात को 8 से 10 बजे के बीच ये लाइट जलाई जाती है। डोबरा चांठी की ये आधुनिक लाइट पर्यटकों में प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। हलाकि कोरोना संक्रमण फैलने के डर से और सामाजिक दुरी के नियमो का उचित पालन न हो पाने के कारण ,प्रशाशन द्वारा डोबरा चांठी पुल की लाइट को कुछ समय के लिए बंद कर दिया जाता है। और सही माहौल होने पर खोल दिया जाता है।