Friday, January 17, 2025
Homeसमाचार विशेषकॉर्बेट नेशनल पार्क पर्यटकों से खचाखच भरा, 15 फरवरी तक सभी बुकिंग...

कॉर्बेट नेशनल पार्क पर्यटकों से खचाखच भरा, 15 फरवरी तक सभी बुकिंग फुल

कॉर्बेट नेशनल पार्क इस समय पर्यटकों की भारी भीड़ का गवाह बन रहा है। जनवरी की शुरुआत के साथ ही पार्क में आने वाले सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। पार्क प्रशासन के मुताबिक, 15 फरवरी 2025 तक नाइट स्टे और डे-विजिट के सभी परमिट पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। कॉर्बेट नेशनल पार्क में हर साल मॉनसून के चलते 15 जून से नाइट स्टे की सुविधा बंद कर दी जाती है। इसके बाद 15 नवंबर से यह सुविधा दोबारा शुरू होती है। इस बार नवंबर में खुलने के बाद से ही पर्यटकों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है।

Hosting sale

पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी आर्य ने बताया कि ढिकाला समेत सभी जोनों में रात्रि विश्राम की बुकिंग 15 फरवरी तक फुल है। उन्होंने कहा, “इस बार न केवल देशभर से बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक कॉर्बेट पार्क का रुख कर रहे हैं।”

amazon sale

नाइट स्टे के साथ-साथ डे-विजिट के लिए भी भारी मांग देखी जा रही है। 15 फरवरी तक डे-विजिट के सभी परमिट बुक हो चुके हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि कॉर्बेट पार्क इस साल भी पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। कॉर्बेट नेशनल पार्क हर साल लगभग नौ लाख देशी और करीब आठ हजार विदेशी पर्यटकों का स्वागत करता है। इस बार भी नए साल के पहले महीने में ही विदेशी पर्यटकों की अच्छी खासी उपस्थिति दर्ज की गई है।

यह भी पढ़े : घुघुतिया त्यौहार की कहानी  : कुमाऊं के लोक पर्व घुघुतिया की लोक कथा

Best Taxi Services in haldwani

पार्क में आने वाले पर्यटकों की बड़ी संख्या से स्थानीय होटल, गाइड और अन्य सेवाओं को भी फायदा हो रहा है। क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था को इससे बड़ा सहारा मिलता है। पार्क प्रशासन ने पर्यटकों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा के दौरान पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखें और वन्यजीवों के प्रति जिम्मेदारी दिखाएं। साथ ही, बुकिंग कराने से पहले पार्क की आधिकारिक वेबसाइट या प्राधिकृत एजेंसियों से जानकारी लेना सुनिश्चित करें।

कॉर्बेट नेशनल पार्क की यह लोकप्रियता न केवल इसके प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाती है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के प्रति बढ़ती जागरूकता को भी रेखांकित करती है। यदि आप भी इस अनुभव का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अगली बार अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं।

यह भी पढ़े : डंगरिया: उत्तराखंड की अनूठी सांस्कृतिक परंपरा का ध्वजवाहक।

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel
Pramod Bhakuni
Pramod Bhakunihttps://devbhoomidarshan.in
इस साइट के लेखक प्रमोद भाकुनी उत्तराखंड के निवासी है । इनको आसपास हो रही घटनाओ के बारे में और नवीनतम जानकारी को आप तक पहुंचना पसंद हैं।
RELATED ARTICLES
spot_img
Amazon

Most Popular

Recent Comments