Wednesday, May 21, 2025
Homeसमाचार विशेषईजू मेरी प्यारी ईजा - सुरीली आवाज और शानदार लेखनी के साथ...

ईजू मेरी प्यारी ईजा – सुरीली आवाज और शानदार लेखनी के साथ आ गया है साल 2023 का बेस्ट कुमाउनी गीत !

ईजू मेरी प्यारी ईजा साल 2023 का बेस्ट कुमाउनी गीत –

भगवानो को  रूप भगवान छू ईजा  …… स्वर्ग  को धरती  में  एक  वरदान छू ईजा इस बार साल के पहले महीने ही, कुमाउनी लोक संगीत की दुनिया एक ऐसा गीत रिलीज़ हुवा है ,जिसे अब तक का साल 2023 का बेस्ट कुमाउनी गीत कहा जाय तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। हालाँकि अभी पूरा साल पड़ा है ,और जिस हिसाब से कुमाउनी लोक संगीत इंडस्ट्री में गीत रिलीज़ हो रहे हैं ,दिसंबर 2023 तक एक से बढ़कर एक कुमाउनी गीत आएंगे। लेकिन जनवरी 2023 में टीम घुघूती जागर RD चैनल पर  रिलीज़ “ईजू मेरी प्यारी ईजा”  ने लोगो के दिलों में अपना खास स्थान बना लिया है। यूट्यूब पर रिलीज़ होने के बाद से लगातार  इस गीत को लोगों का प्यार मिल रहा है। मात्र कुछ ही दिनों में कई हजार लोग इस गीत को देख व् पसंद कर चुके हैं।

टीम घुघूती जागर यूट्यूब चैनल हमेशा शानदार लेखनी और सुरीली आवाज से सजे  संस्कृति से जुड़े कुमाउनी गीत पेश करती है। ईजू मेरी प्यारी ईजा  गीत को भी उन्होंने खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वैसे भी टीम घुघूती जागर की मेहनत और ईजा का नाम इस गीत को खास बना देता है।  ( Best kumauni song 2023 )

राजेंद्र ढैला जी ने ,इस गीत को अपने सुंदर और भावनात्मक शब्दों से सजाया है। और उन्होंने ही इस प्यारे से गीत को अपनी आवाज दी है। सागर शर्मा इस गीत के संगीतकार है। और  टीम घुघूती जागर के खास सदस्य गिरीश शर्मा जी ने इस गीत के लिए रिकॉर्डिंग ,कैमरा आदि कार्यभार सम्हाला है।

टीम घुघूती जागर का ये सुन्दर गीत ईजू मेरी प्यारी ईजा का वीडियो यहाँ देखें –

इन्हे भी पढ़े: कत्यूरी राजाओं को अपनी राजधानी जोशीमठ को छोड़ कर क्यों आना पड़ा ?

घुघूती जागर के यूट्यूब चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel
Bikram Singh Bhandari
Bikram Singh Bhandarihttps://devbhoomidarshan.in/
बिक्रम सिंह भंडारी, देवभूमि दर्शन के संस्थापक और प्रमुख लेखक हैं। उत्तराखंड की पावन भूमि से गहराई से जुड़े बिक्रम की लेखनी में इस क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर, और प्राकृतिक सौंदर्य की झलक स्पष्ट दिखाई देती है। उनकी रचनाएँ उत्तराखंड के खूबसूरत पर्यटन स्थलों और प्राचीन मंदिरों का सजीव चित्रण करती हैं, जिससे पाठक इस भूमि की आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत से परिचित होते हैं। साथ ही, वे उत्तराखंड की अद्भुत लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। बिक्रम का लेखन केवल सांस्कृतिक विरासत तक सीमित नहीं है, बल्कि वे स्वरोजगार और स्थानीय विकास जैसे विषयों को भी प्रमुखता से उठाते हैं। उनके विचार युवाओं को उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर के संरक्षण के साथ-साथ आर्थिक विकास के नए मार्ग तलाशने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी लेखनी भावनात्मक गहराई और सांस्कृतिक अंतर्दृष्टि से परिपूर्ण है। बिक्रम सिंह भंडारी के शब्द पाठकों को उत्तराखंड की दिव्य सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत की अविस्मरणीय यात्रा पर ले जाते हैं, जिससे वे इस देवभूमि से आत्मिक जुड़ाव महसूस करते हैं।
RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments