Sunday, November 17, 2024
Homeदार्शनिक स्थलभीमताल में पैराग्लाइडिंग से अब 3500 फीट से उड़ान का रोमांच

भीमताल में पैराग्लाइडिंग से अब 3500 फीट से उड़ान का रोमांच

भीमताल: भीमताल उत्तराखंड का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। भीमताल में पैराग्लाइडिंग की ऊंचाई बढ़ाई जा रही हैं। अब, पर्यटक यहां 3500 फीट की ऊंचाई से पैराग्लाइडिंग का रोमांच ले सकेंगे। यह मौजूदा टेकऑफ साइट से दोगुनी ऊंचाई है, जो पर्यटकों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा।

भीमताल की नई टेकऑफ साइट:

नई टेकऑफ साइट जंगलिया गांव में विकसित की जा रही है, जो मौजूदा साइट से 400 मीटर ऊपर है। यह पर्यटकों को न केवल अधिक ऊंचाई से उड़ने का अवसर देगा, बल्कि उन्हें भीमताल, नैनीताल और आसपास के क्षेत्रों के मनोरम दृश्यों का भी आनंद लेने की सुविधा देगा।

पर्यटन विभाग की पहल:

पर्यटन विभाग इस पहल के पीछे मुख्य प्रेरक शक्ति है। विभाग का लक्ष्य भीमताल को साहसिक पर्यटन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करना है। इसके अलावा, विभाग उत्तराखंड के युवाओं को पैराग्लाइडर पायलट बनने की ट्रेनिंग भी प्रदान कर रहा है।

Bhimtal Paragliding
Photo from Uttarakhand Tourism

भीमताल में पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त समय:

भीमताल में पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक होता है। इस दौरान मौसम सुखद होता है और हवाएं अनुकूल होती हैं।

पैराग्लाइडिंग के लिए आवश्यक योग्यता:

Best Taxi Services in haldwani

पैराग्लाइडिंग के लिए कोई विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। 14 वर्ष से अधिक आयु के सभी स्वस्थ व्यक्ति इस गतिविधि में भाग ले सकते हैं।

इसे पढ़े : कैंपिंग लिए उत्तराखंड की ये वादियां कुछ ज्यादा प्रसिद्ध हैं।

पैराग्लाइडिंग के लिए सुरक्षा:

पैराग्लाइडिंग एक सुरक्षित गतिविधि है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है। पर्यटकों को केवल अनुभवी और प्रमाणित पायलटों के साथ उड़ान भरनी चाहिए। उड़ान भरने से पहले, पर्यटकों को सुरक्षा निर्देशों का पालन करना चाहिए और उचित सुरक्षा उपकरण पहनना चाहिए।

भीमताल में 3500 फीट की ऊंचाई से पैराग्लाइडिंग एक रोमांचक अनुभव है जो पर्यटकों को निश्चित रूप से पसंद आएगा। यह पर्यटन विभाग की एक उत्कृष्ट पहल है जो भीमताल को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में मदद करेगी।

आप को बता दे की टिहरी में 5000 फीट की ऊंचाई पर हाई फ्लाई पैराग्लाइडिंग मुख्य रूप से पायलटों की ट्रेनिंग के लिए उपयोग की जाती है। 2 से 3 हजार फीट की ऊंचाई तक की लो-फ्लाई पैराग्लाइडिंग अधिकांश पर्यटकों द्वारा पसंद की जाती है। पर्यटन विभाग पैराग्लाइडर पायलट बनने की ट्रेनिंग के लिए फार्म स्वीकार कर रहा है।

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel
Pramod Bhakuni
Pramod Bhakunihttps://devbhoomidarshan.in
इस साइट के लेखक प्रमोद भाकुनी उत्तराखंड के निवासी है । इनको आसपास हो रही घटनाओ के बारे में और नवीनतम जानकारी को आप तक पहुंचना पसंद हैं।
RELATED ARTICLES
spot_img
Amazon

Most Popular

Recent Comments