नैनीताल प्रवासी फार्म | नैनीताल होम क्वारंटाइन फॉर्म | Online home quarantine form for Nainital

कोरोना 2021 ने सारे देश मे हाहाकार मचा दिया है। देश के कई शहरों में लोकडॉन , कर्फ्यू लगने शरू हो गए हैं।और प्रवासी उत्तराखंडी अपने घरों को लौटने शुरू हो गए हैं। इसी मध्य नजर कोविड 19 , 2021 के नए नियमो के अंतर्गत उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में आने वालों को होम क्वारंटाइन पूरा करना जरूरी है।
इसके बारे में जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी श्री नरेन्द्र सिंह भंडारी जी ने बताया कि , अब प्रवासियों को अपने घर लौटने की जानकारी स्वंय प्रशासन को देनी होगी। उसके लिए एक ऑनलाइन फार्म बनाया गया है। जिसे हर नैनीताल लौटने वाले प्रवासी को भरना जरूरी है। और इस फार्म को भरते ही,उनका नाम,पता,फ़ोन नंबर आदि बेसिक जानकारी प्रशाशन को मिल जाएगी।
विवरण प्राप्त होते ही , ग्रामीण एरिया में BRT टीम द्वरा और शहरी एरिया में CRT टीम द्वारा , प्रवासियों से संपर्क करके, उनका स्वास्थ्य प्रशिक्षण एवं कोरोना टेस्ट किया जाएगा। यदि प्रवासियों का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आएगा तो ,उनका होम कोरन्टीन खत्म हो जाएगा। Nainital online form

प्रवासियों को नैनीताल आने के लिए इस ऑनलाइन फार्म को भरना होगा।
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श्री नरेन्द्र सिंह भंडारी जी कहा कि, इस सुविधा से नैनीताल प्रशासन ,अधिक बेहतर तरीके से प्रवासियों की मदद एवं सुविधा दे पाएगा।
श्री भंडारी जी ने प्रवासियों से अपील की है, कि , महामारी संक्रमण के इस दौर में, आवश्यक जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध कराकर ,प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें।
नैनीताल प्रवासी ऑनलाइन फार्म के लिए यहाँ क्लिक करें।
विशेष सूचना –
अन्य राज्यो से उत्तराखंड आने वाले सभी प्रवासियों को स्मार्ट सिटी पॉर्टल पर रेजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
स्मार्ट सीटी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कैसे करें ? जानने के लिए यहां क्लिक करें ।
इसे भी पढ़े – उत्तराखंड में स्वरोजगार का अच्छा विकल्प है ख़जूर का झाड़ू :-उत्तराखंड में खजूर की झाड़ियां लगभग सभी जगह पर मिलती है। यह अधिकतर खुसक भूमि और अधिक ऊंचाई वाले जगहों मे ज्यादा मिलती है। उत्तराखंड में विशेषकर नैनीताल जिले में खजूर की झाड़ियां अधिक देखी जाती हैं। नैनीताल जिले के बेतालघाट और कोशियाकोतुली, गरम पानी ,खैरना, इन क्षेत्रों में खजूर के पेड़ या झाड़ियां अधिक मिलती हैं। इसके अलावा चमोली ,कुमाऊ बॉर्डर गवालदम मे भी ये खजूर के पत्तो की झाड़ियां अच्छी मात्रा में हैं। कुमाऊ मे इसे थकोव झाड़ू या थाकोव कूच भी कहा जाता है।इसी प्रकार सम्पूर्ण उत्तराखंड में कई स्थानों पर ये खजूर की झाड़ियां पाई जाती हैं। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें।