देहरादून, 1 जुलाई, 2025: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अपने शासकीय आवास पर “National Doctors’ Day” के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने सभी चिकित्सकों को “National Doctors’ Day” की बधाई और शुभकामनाएं दीं, और उनके सेवाभाव, समर्पण और करुणा की सराहना की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अपनी निस्वार्थ सेवा से अनगिनत लोगों के जीवन को नई संजीवनी प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भारतीय संस्कृति में ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म के अद्वितीय संगम का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति केवल आस्था और विश्वास पर आधारित नहीं है, बल्कि यह गहरे वैज्ञानिक दृष्टिकोण, चिंतन और शोध का परिणाम भी है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित प्रत्येक चिकित्सक से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उन्हें सम्मानित किया।
‘नोबल प्रोफेशन’: सेवा, संवेदना और समर्पण का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों के पेशे को केवल एक व्यवसाय न मानकर “नोबल प्रोफेशन” बताया, जो सेवा, संवेदना और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने जोर दिया कि जनता के मन में डॉक्टरों के प्रति जो आस्था, सम्मान और श्रद्धा है, उसे और मजबूत किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी चिकित्सकों से अनुरोध किया कि वे अपने आचरण, सेवा और समर्पण से हमेशा उस छवि को जीवित रखें, जो समाज ने डॉक्टर को ‘धरती का भगवान’ कहकर दी है।
स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अब तक लगभग 58 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके हैं, जिससे प्रदेश के लगभग 11 लाख से अधिक मरीजों को ₹2,100 करोड़ से अधिक के कैशलेस उपचार का लाभ मिल चुका है।
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उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जा रहा है, ताकि दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को उनके जिले में ही आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से मिल सकें। इनमें से पांच मेडिकल कॉलेज पहले से ही संचालित हो रहे हैं, जबकि दो अन्य का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में निःशुल्क जांच योजना के अंतर्गत मरीजों को 207 प्रकार की पैथोलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का आधुनिकीकरण कर उन्हें बेहतर सुविधाओं से लैस कर रही है, साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए भी लगातार प्रयासरत है।
इस अवसर पर डॉ. आर. के. जैन, डॉ. गीता खन्ना, डॉ. सुनीता टम्टा, डॉ.कृष्ण अवतार, डॉ. आर. एस. बिष्ट, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. आशुतोष सयाना, डॉ. महेश कुड़ियाल, डॉ. प्रशांत, डॉ. नंदन सिंह बिष्ट सहित विभिन्न प्रमुख सरकारी और निजी अस्पतालों के चिकित्सक उपस्थित रहे।