देहरादून: मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने बुधवार को सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (ITDA) के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश भर में संचालित विभिन्न परियोजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और ITDA को और अधिक मजबूत बनाने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव आईटीडीए ने प्रदेश में चल रहे IT संबंधी कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। मुख्य सचिव ने भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सिस्टम को अपग्रेड करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सिस्टम अपग्रेड करते समय अगले 5 से 7 वर्षों की जरूरतों के अनुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
श्री बर्द्धन ने ITDA द्वारा हाइब्रिड मॉडल (SDC and Cloud) अपनाने की पहल की सराहना की और इसकी क्षमता को लगातार बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा अपनी वेबसाइटों और एप्लीकेशंस को विकसित करने का कार्य भी आईटीडीए के माध्यम से ही कराया जाना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने विभागों को क्लाउड सेवाएं भी ITDA के माध्यम से उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई।
मुख्य सचिव ने उन विभागों को, जिन्हें अपने दैनिक कार्यों के लिए अत्यधिक डेटा संग्रहण की आवश्यकता होती है, अपनी अपेक्षित स्टोरेज क्षमता के बारे में ITDA को अवगत कराने के लिए कहा। उन्होंने ITDA को अपनी संस्थागत मेमोरी (Institutional Memory) को भी बढ़ाने पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्थागत मेमोरी होने से किसी विशेषज्ञ के चले जाने के बाद भी सिस्टम निर्बाध रूप से कार्य करता रहेगा।
इस अवसर पर आईटीडीए की निदेशक श्रीमती नितिका खण्डेलवाल ने एजेंसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ITDA द्वारा राज्य डेटा सेंटर (SDC) वर्ष 2018 में स्थापित किया गया था और एसडीसी 2.0 शीघ्र ही तैयार हो जाएगा, जिससे ITDA की डेटा संग्रहण क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश के सभी जनपद और ब्लॉक मुख्यालय स्वान नेटवर्क से शत-प्रतिशत रूप से जुड़े हुए हैं, और वर्तमान में 2036 कार्यालय स्वान नेटवर्क से कनेक्टेड हैं। श्रीमती खण्डेलवाल ने बताया कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सिस्टम को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है और आईटीडीए द्वारा इन-हाउस सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का कार्य भी कुशलतापूर्वक चल रहा है। उन्होंने यूसीसी, पीएम गतिशक्ति उत्तराखण्ड, चारधाम डैशबोर्ड, सीएम हेल्पलाइन, ई-ऑफिस और अपुणी सरकार पोर्टल जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं को आईटीडीए द्वारा ही तैयार और संचालित किए जाने की जानकारी दी।
बैठक में सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री नितेश कुमार झा, श्री बृजेश कुमार संत और अपर सचिव श्रीमती रीना जोशी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव के इन निर्देशों से आईटीडीए के कार्यों को और गति मिलने तथा प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी के ढांचे को और मजबूत करने की उम्मीद है।