नैनीताल, 18 दिसंबर: कुमाऊं विश्वविद्यालय ने प्लास्टिक प्रदूषण की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्वविद्यालय के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेल और विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय ने ‘इन रिप्लेस आईपीई ग्लोबल लिमिटेड’ के साथ मिलकर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर एक व्यापक चर्चा की है। इस बैठक में प्लास्टिक प्रदूषण से उत्पन्न चुनौतियों और इसके समाधानों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
जन सहयोग अनिवार्य: बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए आम जन की भागीदारी बेहद जरूरी है। प्लास्टिक प्रदूषण पूरे पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित कर रहा है और इसे रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
विश्वव्यापी सहयोग: इस मुहिम में ग्लोबली एथेंस इनफॉर्निक्स, पिक्सर ग्लोबल, फेडरेशन ऑफ ग्लोबल और चिंतन रिसर्च ऐंड एक्शन ग्रुप जैसे संगठन भी कुमाऊं विश्वविद्यालय के साथ सहयोग कर रहे हैं।
विशेषज्ञ व्याख्यान: प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर गहन चर्चा के लिए शनिवार, 21 दिसंबर को शाम 6:30 बजे एक ऑनलाइन व्याख्यान आयोजित किया जा रहा है। इस व्याख्यान में विशेषज्ञ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सौरव मनुजा अपने विचार रखेंगे।
अभियान और इंटर्नशिप: विश्वविद्यालय शीघ्र ही प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए अभियान और इंटर्नशिप प्रोग्राम भी शुरू करने जा रहा है।
बैठक में निदेशक इनोवेशन सेल प्रोफेसर आशीष तिवारी, निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर प्रोफेसर ललित तिवारी, डॉक्टर श्रुति सह, डॉक्टर नंदन मेहरा, डॉक्टर मैत्री नारायण सहित दलबीर सिंह और राहुल शामिल रहे।
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