Home कुछ खास उत्तराखंड का किताब कौतिक: एक क्रांतिकारी पहल

उत्तराखंड का किताब कौतिक: एक क्रांतिकारी पहल

0
उत्तराखंड का किताब कौतिक

उत्तराखंड, देवभूमि के नाम से जाना जाता है, हमेशा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता रहा है। 2017 में, एक क्रांतिकारी पहल शुरू हुई जिसने राज्य में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है – “किताब कौतिक”।

किताब कौतिक क्या है?

किताब कौतिक, उत्तराखंड के छोटे कस्बों और शहरों में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया एक अभियान है। इस अभियान के तहत, विभिन्न शहरों में पुस्तक मेले आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लोगों को कम दामों पर पुस्तकें खरीदने का मौका मिलता है। इसके अलावा, इन मेलों में साहित्यिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाता है, ताकि लोगों को पुस्तकों और साहित्य के प्रति रुचि बढ़ाई जा सके।

उत्तराखंड का किताब कौतिक का उद्देश्य

  1. पुस्तकों की उपलब्धता बढ़ाना: उत्तराखंड के दूरदराज के क्षेत्रों में पुस्तकों की कमी है। किताब कौतिक इन क्षेत्रों में पुस्तकों को उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  2. पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देना: किताब कौतिक लोगों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है, खासकर बच्चों और युवाओं को।
  3. स्थानीय लेखकों को बढ़ावा देना: किताब कौतिक स्थानीय लेखकों को अपनी रचनाओं को प्रदर्शित करने और पाठकों से जुड़ने का मंच प्रदान करता है।
  4. सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना: किताब कौतिक विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाता है और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।

कार्यक्रम और गतिविधियां

किताब कौतिक में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. पुस्तक मेले: पुस्तक मेले में विभिन्न प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं द्वारा अपनी पुस्तकों का प्रदर्शन किया जाता है।
  2. साहित्यिक परिचर्चा: प्रसिद्ध लेखकों और साहित्यकारों द्वारा साहित्यिक विषयों पर परिचर्चा आयोजित की जाती है।
  3. पुस्तक विमोचन: नए पुस्तकों का विमोचन किया जाता है।
  4. कार्यशालाएं: बच्चों और युवाओं के लिए लेखन, कविता, कहानी सुनाने, और कला जैसी विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।
  5. सांस्कृतिक कार्यक्रम: लोक नृत्य, संगीत, और नाटक जैसी सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।

किताब कौतिक का प्रभाव

पिछले कुछ वर्षों में, किताब कौतिक ने उत्तराखंड में पुस्तक संस्कृति को बदल दिया है। इस अभियान ने लोगों को पढ़ने के प्रति जागरूक किया है और राज्य में पुस्तक विक्रेताओं और प्रकाशकों के लिए नए अवसर पैदा किए हैं।

इसे पढ़े : ऐतिहासिक और पुरातात्विक रूप से समृद्ध है अल्मोड़ा का दौलाघट क्षेत्र

किताब कौतिक की उपलब्धियां

  • 2017 में शुरू होने के बाद से, किताब कौतिक का आयोजन उत्तराखंड के 10 से अधिक शहरों में किया गया है।
  • इन मेलों में 50,000 से अधिक लोग भाग ले चुके हैं।
  • 70 से अधिक प्रकाशकों ने इन मेलों में भाग लिया है और 75,000 से अधिक पुस्तकें बेची गई हैं।
  • किताब कौतिक ने राज्य में 100 से अधिक नए पुस्तक विक्रेताओं को प्रेरित किया है।
  • इस अभियान ने 50 से अधिक साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया है।

उत्तराखंड किताब कौतिक की विशेषताएं

  1. कम दामों पर पुस्तकें
  2. विविध प्रकार की पुस्तकें उपलब्ध
  3. साहित्यिक गतिविधियां
  4. प्रसिद्ध लेखकों से सीधी बातचीत
  5. बच्चों के लिए कार्यक्रम
  6. सभी के लिए प्रवेश निशुल्क
  7. किताब कौतिक का भविष्य

किताब कौतिक अब उत्तराखंड में एक लोकप्रिय अभियान बन गया है। यह अभियान राज्य में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आने वाले वर्षों में, किताब कौतिक का विस्तार राज्य के अन्य शहरों और कस्बों में भी किया जाएगा।

किताब कौतिक उत्तराखंड में एक क्रांतिकारी पहल है। इस अभियान ने राज्य में पुस्तक संस्कृति को बदल दिया है और लोगों को पढ़ने के प्रति जागरूक किया है। किताब कौतिक निश्चित रूप से उत्तराखंड के भविष्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Exit mobile version