बागेश्वर: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कांडा महोत्सव का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने बागेश्वर जिले की ₹83 करोड़ की 11 विकास योजनाओं का शिलान्यास किया और ₹1.80 करोड़ की एक योजना का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने जिले के विकास को और गति प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
कांडा महोत्सव को राज्य की अनमोल धरोहर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महोत्सव हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोए रखने और उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव छोटे व्यापारियों, कारीगरों और किसानों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और उनकी बिक्री करने का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति को उसकी मूल पहचान बताते हुए कहा कि हमें अपने पहाड़ी पहनावे, खान-पान और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से हमारी लोक संस्कृति और भी अधिक सुदृढ़ होती है।
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महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में एक लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं। उन्होंने पहाड़ी उत्पादों को पहचान दिलाने के लिए ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड की स्थापना की जानकारी दी। इसके अलावा, ‘एक जनपद, दो उत्पाद’ योजना के माध्यम से स्थानीय आजीविका के अवसरों में वृद्धि करने का कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने पलायन रोकने के लिए गांवों में पर्यटन को बढ़ावा देने की बात की। उन्होंने कहा कि होम स्टे के माध्यम से स्थानीय निवासियों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। बागेश्वर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है, जिससे बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ जनपदों में विकास के नए द्वार खुलेंगे।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक सुरेश गढ़िया, दर्जा राज्य मंत्री शिव सिंह बिष्ट, निवर्तमान अध्यक्ष जिला पंचायत बसंती देव, ब्लाक प्रमुख गोविंद सिंह दानू, जिलाध्यक्ष भाजपा इंद्र सिंह फर्स्वाण, डीएम आशीष भटगांई, एसपी चंद्रशेखर आर घोड़के, सीडीओ आरसी तिवारी, और अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं क्षेत्रीय जनता उपस्थित रहे।
कांडा महोत्सव के इस आयोजन ने न केवल स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा दिया है, बल्कि बागेश्वर जिले के विकास के लिए नई संभावनाओं का भी द्वार खोला है।
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