देहरादून: उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत दून विश्वविद्यालय में मंगलवार और बुधवार को दो दिवसीय मेगा स्टार्टअप समिट का आयोजन किया जा रहा है। इस समिट का उद्घाटन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे।
उद्यमिता विकास को नई दिशा
सोमवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में उच्च शिक्षा विभाग में उद्यमिता विकास के नोडल अधिकारी/सहायक निदेशक डॉ. दीपक पांडेय ने जानकारी दी कि देवभूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों, परिसरों और संबद्ध संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप उद्यमिता पारितंत्र और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (EDII), अहमदाबाद के साथ एमओयू किया गया है। पिछले एक वर्ष में राज्य के 21,266 छात्रों ने इस योजना के आधिकारिक पोर्टल पर पंजीकरण कराया है।
छात्रों के प्रॉडक्ट्स की प्रदर्शनी
डॉ. पांडेय ने बताया कि मेगा स्टार्टअप समिट में योजना के तहत पंजीकृत छात्रों द्वारा तैयार किए गए 60 से अधिक प्रॉडक्ट्स प्रदर्शित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि बीते एक साल में सात छात्रों ने अपने पेटेंट आवेदन किए हैं, जिनमें से एक पंजीकृत हो चुका है।
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संकाय सदस्यों को बनाया गया मेंटर
योजना के तहत भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान ने उच्च शिक्षण संस्थानों के 185 संकाय सदस्यों को मेंटर के रूप में विकसित किया है। इसके साथ ही, उद्यमशीलता जागरूकता और कौशल को बढ़ावा देने के लिए 75 दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप आयोजित किए गए हैं, जिनमें 12,300 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
उद्यमिता केंद्रों की स्थापना
डॉ. पांडेय ने बताया कि राज्य में छात्रों और स्थानीय युवाओं को उद्यमिता और स्वरोजगार के लिए सहायता प्रदान करने हेतु 124 देवभूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, 10 उच्च शिक्षण संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा दिया गया है। योजना के अंतर्गत कुल 30 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाने हैं।
समिट में भागीदारी की अपील
इस समिट में छात्रों, शिक्षकों और उद्यमिता के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं को भाग लेने का निमंत्रण दिया गया है। इस मौके पर उप सचिव उच्च शिक्षा श्री ब्योमकेश दूबे और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के महानिदेशक श्री सुनील शुक्ल भी उपस्थित रहेंगे।
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देवभूमि उद्यमिता योजना, राज्य में नवाचार और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करेगी बल्कि उत्तराखंड को उद्यमिता के क्षेत्र में नई पहचान दिलाएगी।