“सोच लोकल,अप्रोच ग्लोबल” के विजन पर “उत्तर के पुत्तर” RJ kaavya उर्फ कवीन्द्र सिंह मेहता लेकर आएं है,उत्तराखंड का पहला डिजिटल रेडिओ ओहो रेडिओ आइये जानते हैं Rj kaavya उर्फ कवींद्र सिंह मेहता जी का जीवन परिचय।
वर्तमान में rj kaavya नाम से प्रसिद्ध कवीन्द्र सिंह मेहता उत्तराखंड के नवयुवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन कर उभर रहे हैं। काव्य ने अपना डिजिटल रेडिओ ओहो रेडिओ शुरू करके,उत्तराखंड के नवयुवाओं के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया है, कि अगर मन मे लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है।
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प्रारंभिक जीवन -:
12 जुलाई 1988 को जन्मे ,कवीन्द्र सिंह मेहता उर्फ rj kaavyaa मूलतः बागेश्वर जिले के निवासी हैं। उनकी आरम्भिक शिक्षा बागेश्वर में ही हुई है। आगे की पढ़ाई के लिए, उनके माता जी ने उन्हें दिल्ली मामा जी के पास भेज दिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद ,उन्होंने रेडिओ जॉकी बनने का निश्चय किया।
एक इंटरव्यू में वो बताते हैं, 2006 में जब उन्होंने लगे रहो मुन्ना भाई फ़िल्म में, अभिनेत्री विद्या बालन को रेडियो जॉकी का किरदार करते हुए देखा, तो उसी समय अपनी माता जी को कहा, “मुझे भी रेडियो जॉकी बनना है।”
काव्य से RJ kaavya बनने का सफर -:
जब काव्य उर्फ कवीन्द्र सिंह मेहता ने सोच लिया, कि अब रेडियो जॉकी बनना है। फिर उन्होंने fm रेडियो कंपनियों में रेडियो जॉकी की नौकरी ढूढ़नी शुरू कर दी, दो वर्ष के कठिन संघर्ष के बाद ,काव्य को जयपुर 2008 में myFm में रेडियो जॉकी की नौकरी मिली। फिर काव्य नेे पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2010 में, वो Red FM से जुुड़ गए। उसके बाद काव्य ने Red fm के साथ,जयपुर,कानपुर,कोलकाता और दिल्ली जैसे शहरों में काम किया। उनकी मन की मुराद 2018 में पूरी हुई। जब red fm ने देहरादून में रेडियो स्टेशन खोलने का निर्णय लिया,और रेडियो जॉकी के रूप में भेजा काव्य को।
मन मे जन्मभूमि के लिए कुछ कर गुजरने का संकल्प लेकर कवीन्द्र पहुंच गए अपनी जन्मभूमि। यहाँ पहुँच कर rjkaavyaa ने कई सराहनीय कार्यों की शुरुआत की।सर्वप्रथम उन्होंने अपने शो morning no 1 में , एक कार्यक्रम चलाया, “एक पहाड़ी ऐसा भी”।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने उन लोगों एक मंच दिया,किसी भी क्षेत्र में कार्य करके अपनी देवभूमि की सेवा कर रहे हैं। youtube से काव्य उत्तर का पुत्तर करके एक शो चलाते हैं। जिसमे वो आपनी संस्कृति का प्रचार प्रसार एवं,स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान करते हैँ।
काव्या ने पलायन की समस्या से जूझ रहे प्रदेश के लिए, Ghost village नहीं Dost village एक मुहिम चलाई। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में rj karavaya को निर्वाचन आयोग ने अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया।
सब कुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन किन्ही कारणों से अक्टूबर 2020 में rjkaavya को RedFM छोड़ना पड़ा। मगर उत्तर के पुत्तर ने हार नही मानी, उत्तराखंड राज्य स्थापना के दिन उन्होंने अपने रेडियो OHO Radio की घोषणा कर दी।
ओहो रेडियो स्टेशन –
“सोच लोकल अप्रोच ग्लोबल” के विजन पर उत्तर के पुत्तर rj kaavya लेकर आएं हैं, उत्तराखंड का पहला digital redio OHO Radio । OHO Radio की स्थापना 3 फरवरी 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री, त्रिवेंद्र सिंह रावत जी के कर कमलों द्वारा हुई।
ओहो रेडियो एक app बेस्ड डिजिटल रेडियो है। oho radio के द्वारा , समस्त उत्तराखंड के साथ साथ , जो उत्तराखंड के लोग बाहर रहते हैं, वो भी अपने गीत, संस्कृति से जुड़े हुए हैं। मार्च 2021 , अप्रैल 2021 में rj काव्या ने एक ओहो हिल यात्रा भी की थी। जिसके अंतर्गत उन्होंने लगभग सारे उत्तराखंड की यात्रा की थी।
RJ काव्य और उनका ओहो रेडियो स्टेशन ,उत्तराखंड की संस्कृति और भाषा का प्रचार प्रसार करते हुए। निरंतर आगे बढ़ रहे है। हमारी शुभकामनाएं rj काव्या जी के साथ हैं। ओहो रेडिओ स्टेशन एक डिजिटल एप बेस्ड रेडिओ स्टेशन है। इसको आप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
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पंकज जीना ,युवाओं का पसंदीदा आवाज जादूगर।
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