खटीमा: ग्राम गांगी, खटीमा में महिलाओं और युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक माह का सूक्ष्म उद्यमिता कौशल विकास कार्यक्रम शुरू हुआ है। यह कार्यक्रम ईडीआईआई द्वारा प्रायोजित है और निर्मला सोशल रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसाइटी द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को मूंज घास से विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण देना है। मूंज घास से बने उत्पाद न केवल पर्यावरण के अनुकूल होते हैं बल्कि अपनी आकर्षक सजावट के कारण बाजार में भी काफी पसंद किए जाते हैं।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में समन्वयक बालकृष्ण जोशी ने महिलाओं और युवतियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उनके लिए स्वरोजगार स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने बताया कि कौशल विकास प्रशिक्षण स्वरोजगार स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होते हैं।
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जिला उद्योग केंद्र हल्द्वानी के पूर्व महाप्रबंधक योगेश पांडे ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सरकार की विभिन्न रोजगार योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर कई बेरोजगार आज आत्मनिर्भर बन चुके हैं। उन्होंने स्वरोजगार को आज के समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि मूंज घास समेत तमाम उत्पाद घर बैठे भी बनाए जा सकते हैं और अपनी आजीविका को बेहतर बनाया जा सकता है।
निर्मला संस्था से हेमा बिष्ट ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया और महिलाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाएगा।
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