हल्द्वानी उत्तराखंड का सबसे बड़ा व्यापारिक नगर है। हल्द्वानी नगर नैनीताल जिले समुद्रतल से 1434 फ़ीट की ऊंचाई पर  स्थित है।

हल्द्वानी शहर को कुमाऊं का द्वार भी कहते हैं। आज हम आपको हल्द्वानी के रक्षक देवता कालू साई की कहानी बताने जा रहे हैं।

हल्द्वानी शहर के बीचो बीच कालाढूंगी चौराह पर कालू सिद्ध बाबा का मंदिर है जिन्हे कालू साई बाबा के नाम से जाना जाता है। कहते हैं ये बाबा हल्द्वानी के रक्षक देवता हैं। या उस क्षेत्र के क्षेत्रपाल हैं।

हल्द्वानी नगर वासी किसी भी शुभ काम से पहले कालू साई बाबा का आशीर्वाद लेने जरूर आते हैं। आते जाते राहगीर भी कालू साई बाबा का आशीर्वाद अवश्य लेते हैं।

कहानी -

कहते हैं बहुत पहले लगभग अंग्रेजो के समय हल्द्वानी में एक सिद्ध बाबा आये। उन्हें इस स्थान पर  ....

भगवान शनिदेव की उपस्थिति का अहसास हुवा। इसलिए उन्होंने यहाँ पर शनि मठ की स्थापना की। यहाँ मंदिर में एक शनि मूर्ति भी है।

इसलिए यहाँ प्रत्येक शनिवार भीड़ अधिक रहती है। कालू साई बाबा को हल्द्वानी का क्षेत्रपाल भी कहते हैं। हल्द्वानी वासियों का कालू सिद्ध बाबा से बहुत लगाव है। 

कहते हैं कालू साई बाबा को गुड़ बहुत पसंद था। इसलिए कालू साई बाबा की विशेष कृपा लेने के लिए उनका मनपसंद गुड़ का प्रसाद चढ़ाया जाता है।