देहरादून: उत्तराखंड में निकाय चुनावों की तैयारियां अब तेजी से आगे बढ़ रही हैं। सीटों के आरक्षण से जुड़ी जटिलताओं को सुलझाने के बाद, राज्य सरकार ने नगर निकायों में महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण की अंतिम सूची जारी कर दी है। यह जानकारी सोमवार को शासन द्वारा दी गई, जिसमें देर रात तक आपत्तियों का निस्तारण किया गया।
निकाय चुनाव की तिथियों की घोषणा भी कर दी गई है। राज्य में मतदान 23 जनवरी 2025 को होगा, जबकि मतगणना 25 जनवरी 2025 को की जाएगी। इस बार हल्द्वानी, अल्मोड़ा और श्रीनगर नगर निगम में आरक्षण में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। हल्द्वानी नगर निगम में महापौर की सीट सामान्य श्रेणी में रखी गई है, जबकि अल्मोड़ा नगर निगम में ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया है। श्रीनगर में महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षित की गई है।
चुनाव की प्रक्रिया के तहत, नाम निर्देशन पत्रों को प्राप्त करने की तिथि 27 दिसंबर से 30 दिसंबर 2024 तक निर्धारित की गई है। इसके बाद, नाम निर्देशन पत्रों की जांच 31 दिसंबर 2024 और 1 जनवरी 2025 को की जाएगी। उम्मीदवार 2 जनवरी 2025 को अपने नामांकन पत्र वापस ले सकते हैं।
चुनाव की तारीखें:
नामांकन पत्रों की प्राप्ति: 27 दिसंबर से 30 दिसंबर 2024
नामांकन पत्रों की जांच: 31 दिसंबर 2024 और 1 जनवरी 2025
नाम वापसी की अंतिम तिथि: 2 जनवरी 2025
मतदान की तिथि: 23 जनवरी 2025
मतगणना की तिथि: 25 जनवरी 2025
आरक्षण की जानकारी:
आरक्षित श्रेणी
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC): सेलाकुई, लण्ढौरा, इमलीखेडा, पाडली गुज्जर, रामपुर, सुल्तानपुर-आदमपुर, थराली,तिलवाड़ा, कपकोट, गरूड़, लालकुंआ, केलाखेड़ा, दिनेशपुर, नानकमत्ता, लालपुर
- अनुसूचित जाति (SC): नौगांव, पोखरी, स्वर्गाश्रम, बनबसा, महुआडाबरा, गुलरभोज
- महिला: पिरान कलियर, पाडली गुज्जर (OBC महिला), पीपलकोटी, नन्दानगर, तपोवन, ऊखीमठ, सतपुली, चौखुटिया, गुप्तकाशी, भिकियासैंण, सुल्तानपुर पट्टी
- अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) महिला: थराली, , लम्बगांव, चमियाला, अगत्स्यमुनि, द्वाराहाट, मुनस्यारी, शक्तिगढ़
सामान्य श्रेणी (Unreserved)
- झबरेडा, भगवानपुर, ढण्डेरा, नन्दप्रयाग, गैरसैंण, कीर्तिनगर, घनसाली, गजा, थलीसैंण
इन चुनावों को लेकर राज्य में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, और सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही हैं। निकाय चुनावों का यह दौर उत्तराखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है, और सभी की नजरें चुनाव परिणामों पर टिकी रहेंगी।
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