नैनीताल: प्लास्टिक और कूड़े से परेशान नैनीताल और भवाली नगरपालिकाओं के लिए खुशखबरी है। दोनों पालिकाओं ने मिलकर 35 लाख रुपये का कूड़ा रीसाइक्लिंग प्लांट तैयार किया है। यह प्लांट न केवल कूड़े से ग्राफीन बनाएगा, बल्कि पालिकाओं को नियमित आय भी देगा।
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कैसे काम करेगा प्लांट:
सबसे पैहले प्लांट में प्लास्टिक और कूड़े को अलग-अलग किया जाएगा। दोनों को अलग करने के बाद प्लास्टिक को पिघलाकर ग्राफीन बनाया जाएगा। इस ग्राफीन का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और अन्य उत्पादों में किया जाएगा। और बचे हुए कूड़े से खाद और ऊर्जा बनाई जाएगी।
आय का स्रोत:
- ग्राफीन को बेचकर पालिकाओं को नियमित आय होगी।
- खाद और ऊर्जा को भी बेचा जा सकेगा।
- यह प्लांट नैनीताल, भवाली, कैंची, रामगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के कूड़े को निस्तारित करेगा।
कहां बनेगा कूड़ा रीसाइक्लिंग प्लांट:
यह प्लांट भवाली में सेनिटोयिरम से लगभग 600 मीटर दूर बनाया जाएगा।
भवाली पालिकाध्यक्ष संजय वर्मा की पहल पर यह जमीन उपलब्ध कराई गई है।
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कूड़ा रीसाइक्लिंग प्लांट क्या होगा फायदा:
- इस प्लांट से पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी।
- प्लास्टिक और कूड़े से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी।
- पालिकाओं को नियमित आय होगी।
- क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
नैनीताल और भवाली नगरपालिकाओं का यह प्रयास सराहनीय है। यह प्लांट न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद करेगा, बल्कि पालिकाओं और क्षेत्र के लोगों के लिए भी फायदेमंद होगा।