उत्तराखंड के रामनगर में पहली बार आयोजित G20 सम्मेलन ( 28 से 30 मार्च ) में विज्ञान व प्रौद्योगिकी से संबंधित वैश्विक नीतिगत मुद्दों पर मंथन होगा।
रामनगर में होने वाली G20 बैठक के लिए तैयारियां तेजी से चल रही है।G20 बैठक में पहुंचने वाले विदेशी प्रतिनिधियों को उत्तराखंड की संस्कृति से भी परिचय कराया जाएगा।
विदेशियों को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति से परिचय कराने के लिए , रामनगर की दीवारों पर पहाड़ी संस्कृति को दर्शाती चित्रों से सजाया जा रहा है।
विदेशियों को उत्तराखंड के पारम्परिक वाध्ययंत्रों परिचय कराने के लिए रामनगर की दीवारों पर उत्तराखंड के पारम्परिक वाद्यों के चित्र उकेरे गएँ हैं।
उत्तराखंड के लोकपर्व फूलदेई का चित्रांकन ,उत्तराखंड वासियों के प्रकृति के प्रति प्रेम और जिम्मेदारी दर्शाती ये फोटो।
जी-20 बैठक ने रामनगर में विदेशी मेहमानो को उत्तराखंड के पहाड़ों की सुकून भरी जिंदगी का परिचय कराती यह तस्वीर !
जी-20 बैठक में आने वाले मेहमानो को उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहनावे की झलक दिखाती यह तस्वीर प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
पहाड़ी जीवन संघर्ष को दिखाती यह तस्वीर ! उत्तराखंड रामनगर की दीवारों पर , मेहमानो को पहाड़ के कठोर संघर्ष और नारी सशक्तिकरण का परिचय दे रही ये तस्वीर !
विश्व धरोहर रम्माण का चित्र। रम्माण को यूनेस्को ने अबुधाबी में हुई एक बैठक में इस उत्सव को विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर घोषित किया। विश्व स्तर पर पहचान बनाती उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति।
जी-20 बैठक ने रामनगर की तस्वीर भी पूरी तरह से बदल दी है। उम्मीद है ,यह बैठक रामनगर जैसे छोटे कस्बाई नगर व् उत्तराखंड को विश्व स्तर पर नई सांस्कृतिक पहचान दिलाएगी।