पंतनगर। पंत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में 117वें अखिल भारतीय किसान मेला एवं उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन 7 से 10 मार्च 2025 के बीच किया जाएगा। यह मेला कृषि, बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़े किसानों को नवीनतम तकनीकों और जानकारी से अवगत कराने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इस चार दिवसीय मेले में किसानों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों, प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
मेले के प्रमुख आकर्षण गांधी पार्क में आयोजित इस मेले में विभिन्न प्रदर्शनी और प्रतियोगिताएं किसानों के लिए ज्ञानवर्धक और उपयोगी साबित होंगी। निदेशक प्रसार शिक्षा, डॉ. जितेंद्र क्वात्रा ने बताया कि:
- 7-8 मार्च 2025 को फल-फूल, शाक-भाजी एवं परिरक्षित पदार्थ की प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें किसान अपनी फसल और उत्पादों का प्रदर्शन कर सकते हैं।
- 7 मार्च अपराह्न 2:00 बजे शैक्षणिक डेयरी फार्म, नगला में संकर बछियों की नीलामी होगी, जिसमें किसान उच्च गुणवत्ता वाली बछियों को खरीद सकते हैं।
- 8 मार्च अपराह्न 3:00 बजे मत्स्य उत्पादन प्रदर्शनी और प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रकार की मछलियों और उनके पालन से जुड़ी तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।
- 7-9 मार्च के बीच कृषक वैज्ञानिक संवाद और कृषक गोष्ठी का आयोजन प्रतिदिन अपराह्न 3:00 बजे होगा, जिसमें विशेषज्ञ वैज्ञानिक किसानों को उन्नत खेती की तकनीकों, जल प्रबंधन, जैविक खेती और कृषि संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराएंगे।
- 9 मार्च पूर्वाह्न 10:00 बजे पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान महाविद्यालय परिसर में पशु प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें विभिन्न नस्लों के पशुओं का प्रदर्शन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी पशुपालकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी।
- 10 मार्च को गांधी हाल में अपराह्न 3:00 बजे समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह होगा, जिसमें मुख्य अतिथि विजयी प्रतिभागियों और स्टाल धारकों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत करेंगे।
किसानों के लिए विशेष सुविधाएं इस मेले में किसानों के लिए कई उपयोगी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी, जैसे कि:
- आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों की जानकारी देने वाले स्टॉल
- उर्वरक, बीज, कीटनाशक और कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी
- पशुपालन, डेयरी प्रबंधन, जैविक खेती और मत्स्य पालन से जुड़ी कार्यशालाएं
- विशेषज्ञों द्वारा फसल सुरक्षा और उन्नत उत्पादन तकनीकों पर मार्गदर्शन
पंजीकरण प्रक्रिया और स्वच्छता अभियान
किसान मेले में भाग लेने के इच्छुक फर्मों का पंजीकरण प्रारंभ हो चुका है। इस मेले में न केवल किसान, बल्कि कृषि उपकरण निर्माता, खाद और बीज कंपनियां, डेयरी उद्योग से जुड़े लोग, तथा कृषि क्षेत्र में नवाचार करने वाले स्टार्टअप्स भी भाग ले सकते हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और सुगम रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस मेले में शामिल हो सकें।
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डॉ. क्वात्रा ने अपील की है कि सभी प्रतिभागी मेले को स्वच्छ बनाने और इसे पॉलीथीन मुक्त रखने में सहयोग करें। इस मेले में किसानों को न केवल खेती-किसानी की नई तकनीकों से अवगत होने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर बाजार की संभावनाओं को भी समझ सकेंगे।
मेले का उद्देश्य और संभावित लाभ
इस किसान मेले का मुख्य उद्देश्य नवीनतम कृषि तकनीकों, पशुपालन, बागवानी और उद्योग से जुड़ी जानकारियों को किसानों तक पहुंचाना है, जिससे वे अपनी कृषि उत्पादन क्षमता को और बेहतर बना सकें। यह मेला किसानों को बाजार से जोड़ने, नई तकनीकों को अपनाने और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती करने के लिए प्रेरित करेगा।
इसके अतिरिक्त, यह मेला किसानों को एक ऐसा मंच प्रदान करेगा, जहां वे कृषि वैज्ञानिकों और उद्योग विशेषज्ञों से सीधा संवाद कर सकते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। मेले में विभिन्न प्रदर्शनियों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से किसानों को कृषि से जुड़ी नई संभावनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिससे वे अपने व्यवसाय को और अधिक लाभकारी बना सकें।
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